- पार्किंग नहीं होने की वजह से सामुदायिक भवन की नहीं हो रही बुकिंग
- रखरखाव का टेंडर लेने वाले संवेदक ने लिखा प्रशासक को पत्र
- पार्क में गंदगी का अंबार, बिजली और पानी भी नहीं
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 17 में स्थित प्रभात पार्क के मुख्य गेट और पार्क के चारों ओर फुटपाथी होटल और खोमचों वालों ने कब्जा कर लिया है. ये सभी दुकानें मुख्य गेट की पार्किंग को अतिक्रमित कर लगाई जा रही हैं. पार्किंग नहीं होने की वजह से शादी, पार्टी करने वाले लोग यहां उपलब्ध सामुदायिक भवन की बुकिंग नहीं कर रहे हैं, जिसके वजह से पार्क का टेंडर लेने वाले ग्लोरिओसा गार्डेन के प्रोपराइटर राजा प्रसाद को हर महीने हजारों रुपये के नुकसान सहना पड़ रहा है. राजा प्रसाद ने अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए नगर निगम के प्रशासक को पत्र लिखा है और पार्क के मुख्य गेट एवं चारों ओर फुटपाथी दुकानदारों द्वारा किये गए अतिक्रमण को हटाने की अविलंब कार्रवाई करने की मांग की है.
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राजा प्रसाद ने बताया कि उन्होंने पार्क के रख रखाव के लिए टेंडर लिया है जिसके लिए हर वर्ष 25 हजार रुपये वह नगर निगम को बतौर टैक्स देते हैं. लेकिन रखरखाव के एवज में वे पार्क से राजस्व की वसूली नहीं कर पा रहे हैं. संवेदक ने प्रशासक को लिखे पत्र में कहा है कि पार्क में गंदगी का अंबार लगा है साथ ही बिजली और पानी की भी व्यवस्था नहीं है. ऐसे में पार्क का रखरखाव मुफ्त में करना पड़ रहा है.
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बता दें कि करीब सवा करोड़ रुपये खर्च कर नगर निगम ने पार्क का सौंदर्यीकरण किया है लेकिन सही तरीके से रखरखाव नहीं होने की वजह से पार्क जंगलनुमा बन कर रह गया है, टेंडर होने के बाद पार्क में तालाबंदी कर दी गई है जिसके वजह से महिलाएं और बुजुर्ग सुबह शाम टहल भी नहीं पा रहे हैं. इस बात से वार्ड 17 के लोगों में नगर निगम के प्रति आक्रोश है. बताया जाता है कि पार्क नशेड़ियों का अड्डा बन गया है और कुछ नशेड़ी युवकों द्वारा ही पार्क के मुख्य गेट पर होटल और दुकान लगवा कर रंगदारी की वसूली की जा रही है. रिहायशी इलाकों में इस तरह के कार्य होने से आम लोगों को परेशानी हो रही है.
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