Ranchi: चतरा जिले में सीसीएल के पिपरवार कोल परियोजना में नौकरी-मुआवजा घोटाला में सीआईडी ने मामला दर्ज कर लिया है. पीआईएल मैन दुर्गा मुंडा उर्फ दुर्गा उरांव के शिकायत पर सीआईडी ने कांड संख्या 18/2025 दर्ज कर लिया है. सीआईडी अब टंडवा थाना में दर्ज कांड को टेकओवर कर नए तरीके से बृहद अनुसंधान करेगी.
सीआईडी 22 नामजद लोगों के साथ संलिप्त सीसीएल के अधिकारियों के साथ टंडवा अंचल के अधिकारियों और कर्मियों की भूमिका की जांच करेगी. सीआईडी को प्रारंभिक जांच में यह सबूत हाथ लगे हैं कि रैयतों की जमीन पर काम करने से पहले बिना मुआवजा और नौकरी दिए सीसीएल अपने एमडीओ से अंचल कार्यालय से जमीन संबंधी कार्य करवाने का एग्रीमेंट करवाती है और बाद में जमीन पर कार्य कर लोगों को भटकाते रहती है. जिसमें कुछ सफ़ेदपोश की संलिप्तता सामने आई है.
जांच में सामने आई लापरवाही
वर्तमान अनुसंधानकर्ता ने लिखित रूप से अनुरोध किया था कि केस उनसे लेकर किसी वरीय अधिकारी को सौंपा जाए. इसके बाद एसपी ने टंडवा थाना के इंस्पेक्टर को जांच का चार्ज लेने का आदेश दिया, लेकिन अब तक इंस्पेक्टर ने चार्ज नहीं लिया. जांच में सामने आयीं कई प्रशासनिक त्रुटियां को देखते हुए सीआईडी में मामला दर्ज करने का आदेश दिया गया है.
पहले ही हो चुकी है प्रारंभिक जांच
गौरतलब है कि इससे पहसे सीआईडी ने आम्रपाली परियोजना में नौकरी और मुआवजा घोटाले के आरोपों की प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है, जिसकी रिपोर्ट डीजीपी अनुराग गुप्ता को भेज दी गयी है. अब विस्तृत जांच के लिए नया मामला दर्ज कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा.
फर्जीवाड़ा में सरकारी कर्मी-सीसीएल की संलिप्तता
इससे पहले जिला प्रशासन की जांच में भी घोटाले की पुष्टि हुई थी. जांच में पाया गया कि कुछ लोगों ने फर्जी वंशावली, हुकुमनामा, लगान रसीद और जमाबंदी बनवाकर अधिग्रहण क्षेत्र के बाहर के व्यक्तियों को भूमि मालिक बनाकर न केवल मुआवजा लिया.
बल्कि सीसीएल में नौकरी भी हासिल कर ली. जिला प्रशासन ने अपनी जांच में यह भी कहा है कि फर्जीवाड़ा करने में अंचलकर्मी और सीसीएल के कुछ अधिकारी भी शामिल थे. इसको लेकर टंडवा थाना में 22 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया गया था. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि फर्जीवाड़ा करने में अंचलकर्मी और सीसीएल के कुछ अधिकारी भी शामिल थे.