रांची विवि : जनजातीय भाषा विभाग के छात्रों ने खोरठा और नागपुरी में नया कीर्तिमान रचा

Ranchi: रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय भाषा विभाग में शैक्षणिक उपलब्धियों ने नया कीर्तिमान रचा है. विभाग में पढ़ाई जा रही नौ भाषाओं में पांच जनजातीय और चार क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई होती है. इसमें से कई में छात्रों ने नेट, जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलोशिप) और एसआरएफ जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में शानदार सफलता हासिल की है.

 

विशेष रूप से नागपुरी भाषा विभाग के 23 छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए जेआरएफ (Junior Research Fellowship) की परीक्षा उत्तीर्ण की है. इनमें 12 महिला और 11 पुरुष शामिल हैं. इसी विभाग से 12 छात्रों ने नेट (NET) भी पास किया है, जिसमें 7 महिलाएं और 5 पुरुष हैं.

 

वहीं, खोरठा भाषा में भी छात्रों ने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है. इस विभाग से 14 छात्रों ने जेआरएफ और 6 छात्रों ने एसआरएफ (Senior Research Fellowship) पास किया है. कुल 20 विद्यार्थियों को सफलता मिली है. कुरमाली भाषा विभाग के छात्रों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है, जहां 4 छात्रों ने जेआरएफ और एसआरएफ की परीक्षा पास की है और एक छात्र ने नेट की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है.

 

नागपुरी विभागाध्यक्ष ने कहा कि जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं को लेकर छात्रों की यह रुचि  है. यह सफलता न सिर्फ शैक्षणिक क्षेत्र में प्रेरणादायी है, बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक विरासत बचाने में महत्वपूर्ण योगदान भी है. जो राज्य के सांस्कृतिक और एकता को मजबूत बनाने में नागपुरी भाषा का योगदान है. यह भाषा झारखंड का संपर्क भाषा है. आठवीं अनूसूची में शामिल करने पर इसे और भी पहचान मिल सकती है.