Patna: बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है. जेडीयू विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया है. ईओयू ने इस मामले में आरजेडी की पूर्व विधायक बीमा भारती, संजय पटेल, प्रमोद कुमार और सनी कुमार के नाम को नोटिस भेजा है. सभी को 21 जुलाई को पूछताछ के लिए अपने कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया है.
सुदर्शन कुमार भी जांच के घेरे में
बीमा भारती पर जेडीयू विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त मामले में बड़ी रकम लेने का आरोप है. सूत्रों के अनुसार, ईओयू जल्द ही जेडीयू विधायक सुदर्शन कुमार को भी नोटिस भेज सकती है. बताया जा रहा है कि सुदर्शन कुमार को कथित रूप से मैनेज करने की कोशिश की गई थी, जिसमें बालू माफिया आलोक यादव की भूमिका सामने आई है. आलोक यादव को इंजीनियर सुनील कुमार का करीबी बताया जा रहा है, जो पहले ही इस मामले में पूछताछ के दायरे में हैं.
पैसों के लेनदेन और डिजिटल सबूत की हो रही जांच
जांच एजेंसी ने आलोक यादव और विधायक सुदर्शन कुमार के कॉल डिटेल रिकॉर्ड और लोकेशन का विश्लेषण किया है. दोनों के बीच हुए वॉट्सऐप कॉल को भी डिकोड किया गया है. जांच में पता चला है कि 2024 में विश्वास मत के दौरान आलोक यादव ने सुदर्शन कुमार के पेट्रोल पंप के अकाउंट में बड़ी रकम ट्रांसफर की थी. ईओयू इस लेन-देन की भी जांच की जा रही है.
जेडीयू विधायक ने की थी एफआईआर
गौरतलब है कि जेडीयू विधायक सुधांशु कुमार ने 11 फरवरी 2024 को पटना के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि महागठबंधन की ओर से एनडीए विधायकों को मंत्री पद और 10-10 करोड़ रुपये का प्रलोभन देकर समर्थन के लिए तैयार किया जा रहा था. मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया गया.
जेडीयू के दो विधायकों के खिलाफ भी मिले हैं सबूत
सूत्रों के मुताबिक, ईओयू को इस मामले में जेडीयू के दो अन्य विधायकों के खिलाफ भी सबूत मिले हैं. उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. साथ ही, आरजेडी से जुड़े इंजीनियर सुनील को दोबारा तलब किया जाएगा.