Dhanbad : केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित चार लेबर कोड के विरोध में देशभर की ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई आम हड़ताल का व्यापक असर कोयलांचल क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. धनबाद सहित पूरे क्षेत्र में कोयला उत्पादन और डिस्पैच पूरी तरह से ठप हो गया है.भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) को छोड़कर सभी प्रमुख ट्रेड यूनियनें इस हड़ताल में शामिल हैं. यूनियनों के नेता और कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने विभिन्न कोल परियोजनाओं, ओबी ऑपरेशन साइटों और डिस्पैच केंद्रों पर पहुंचकर कामकाज रुकवाया और श्रमिकों से समर्थन की अपील की.
हड़ताल की वजह से धनबाद, कतरास, झरिया, निरसा, बाघमारा सहित कई कोयला खनन परियोजनाओं में कामकाज पूरी तरह बंद पड़ा है. कोयला परिवहन भी बाधित होने के कारण रेलवे साइडिंग्स पर सन्नाटा पसरा हुआ है. इस हड़ताल से कंपनियों को करोड़ों रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है.यूनियनों का कहना है कि नए लेबर कोड श्रमिक-विरोधी हैं और इनसे मजदूरों के अधिकारों में कटौती होगी. उनका आरोप है कि सरकार निजीकरण को बढ़ावा देकर श्रम कानूनों को कमजोर करना चाहती है.