धनबादः देशव्यापी हड़ताल में शामिल हुए 550 MR व सेल्स प्रतिनिधि

Dhanbad : केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ बुधवार को देशव्यापी हड़ताल में धनबाद जिले के करीब 550 मेडिकल (एमआर) व सेल्स प्रतिनिधियों ने भाग लिया. बिहार-झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव यूनियन (BSSR) के बैनर तले मेडिकल (एमआर) व सेल्स प्रतिनिधियों ने रणधीर वर्मा चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया. वक्ताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह 29 पुराने श्रम कानूनों को खत्म कर चार लेबर कोड लागू करने की तैयारी में है. इसके लागू होने से सेल्स प्रमोशन एम्प्लइज (कंडीशंस ऑफ सर्विस) एक्ट, 1976 की परिभाषा और अधिकार सीमित हो जाएंगे. मेडिकल और सेल्स प्रतिनिधियों की सेवा शर्तें कार्यस्थल की सुरक्षा और मजदूरी अधिकार प्रभावित होंगे.

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वर्तमान में कंपनियां प्रतिनिधियों से फील्ड वर्क के बाद ऑनलाइन मीटिंग के बहाने 10 से 12 घंटे तक काम ले रही हैं.जबकि प्रस्तावित श्रम कोड में कार्य अवधि को 8 से बढ़ाकर 12 घंटे करने की बात कही गई है. वहीं वक्ताओं ने फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट को नौकरियों की असुरक्षा का कारण बताया और यूनियन बनाने जैसे अधिकारों पर खतरे की आशंका जताई. उन्होंने न्यूनतम मजदूरी की स्पष्ट परिभाषा और पारदर्शी गणना व्यवस्था लागू करने की मांग की.

हड़ताल में शामिल प्रतिनिधियों ने दवाओं और चिकित्सकीय उपकरणों की लगातार बढ़ती कीमतों का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया. कहा कि हर वर्ष दवाओ की कीमत में 10% तक वृद्धि हो रही है, जिससे आम जनता प्रभावित हो रही है. यूनियन ने मांग की कि सभी दवाओं को लागत मूल्य आधारित मूल्य नियंत्रण के दायरे में लाया जाए और ऑनलाइन दवाओं की बिक्री में डॉक्टर की पर्ची के बिना बिक्री पर सख्त कार्रवाई की जाए. BSSR यूनियन के संयुक्त महामंत्री अरिंदम बिश्वास ने कहा कि मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष अब अपरिहार्य हो गया है. धनबाद इकाई अध्यक्ष संदीप अइच ने प्रतिनिधियों से आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. सचिव सुजय गुप्ता ने कहा कि यह आंदोलन अब चरणबद्ध संघर्ष का रूप लेगा.