Lagatar desk : योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि एक सम्पूर्ण जीवनशैली है, जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखने में सहायक है. आज की तेज रफ्तार और तनावपूर्ण जीवनशैली में जहां लोग मोटापा, मानसिक असंतुलन, अनियमित दिनचर्या और तनाव जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, वहीं योग एक प्राकृतिक और प्रभावी समाधान के रूप में सामने आया है.
चिकित्सा विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के शोध में यह सिद्ध हुआ है कि नियमित योगाभ्यास से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि कई गंभीर और पुरानी बीमारियों से राहत भी संभव है
किन-किन बीमारियों में फायदेमंद है योग
1. डायबिटीज (मधुमेह)
योग के नियमित अभ्यास से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है. कपालभाति, भुजंगासन, मकरासन जैसे आसन इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारते हैं.
2. हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप)
अनुलोम-विलोम, शवासन और भ्रामरी जैसे प्राणायाम से नाड़ी शुद्धि होती है और तनाव कम होता है, इससे ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है.
3. सांस संबंधी रोग (अस्थमा, ब्रोंकाइटिस)
धनुरासन, वज्रासन और प्राणायाम से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है और सांस लेने की प्रक्रिया बेहतर होती है
4. डिप्रेशन और एंग्जायटी (तनाव और मानसिक रोग)
योग करने से दिमाग में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन जैसे हार्मोन बढ़ते हैं, जिससे मन शांत रहता है और शरीर में नई ऊर्जा आती है. ध्यान और नाड़ी शोधन प्राणायाम इसमें खास फायदा देते हैं.
5. पीठ और जोड़ों का दर्द (सर्वाइकल, स्पॉन्डिलाइटिस, अर्थराइटिस)
योग शरीर की लचीलापन और मांसपेशियों की मजबूती बढ़ाता है. त्रिकोणासन, ताड़ासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन जैसे आसन दर्द में राहत देते हैं.
6. पाचन समस्याएं (गैस, कब्ज, एसिडिटी)
पवनमुक्तासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन और वज्रासन जैसे योगासन पाचन क्रिया को सुधारते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत मिलती है.