Muzaffarpur : मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र में शराब रखने के आरोप में गिरफ्तार युवक की मौत के बाद तनाव का माहौल है. मृतक के परिजनों ने उत्पाद विभाग की टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि हिरासत में युवक की बेरहमी से पिटाई की गई, जिससे उसकी जान चली गई.
कोर्ट ले जाते समय तबीयत बिगड़ने से हुई मौत
घटना भवानी डीह गांव का है, जहां बुधवार को उत्पाद विभाग की टीम ने बालेंद्र राय नामक युवक को शराब रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस का कहना है कि गुरुवार को उसे कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में उसकी तबीयत बिगड़ गई. बालेंद्र के मुंह से खून निकलने लगा, जिसके बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजनों का आरोप-पिटाई से गई जान
बालेंद्र राय के परिवार का आरोप है कि उत्पाद विभाग की टीम ने हिरासत में उसे बुरी तरह पीटा था, जिससे उसकी मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि यह हिरासत में हत्या का मामला है. उन्होंने दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
उत्पाद विभाग ने दी सफाई
उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि बालेंद्र की तबीयत कोर्ट ले जाते समय ख़राब हुई थी. उसे तुरंत अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. विभाग का कहना है कि मौत के कारणों की पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही की जा सकेगी.
राजनीतिक घमासान शुरू, RJD का तीखा हमला
हिरासत में युवक की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है और अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. विपक्षी आरजेडी ने सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया कि बालेंद्र राय की मौत पुलिस की पिटाई से हुई और इसे बिहार पुलिस की निरंकुशता और असंवेदनशीलता का उदाहरण बताया. RJD ने कहा कि बिहार पुलिस खून की प्यासी हो गई है.
जांच और कार्रवाई की मांग तेज
घटना को लेकर आम जनता और सामाजिक संगठनों की ओर से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है.