मई महीने में कोरोना की नयी लहर रहेगी पीक पर : के वी सुब्रमणियम

LagatarDesk :  भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर व्यापक रुप ले रहा है. हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है. कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. इस बीच मुख्य आर्थिक सलाहकार के">https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A5%B0_%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A5%B0_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A4%A3%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AE">के

वी सुब्रमणियम ने कहा कि कोरोना महामारी अगले महीने के मध्य में चरम पर पहुंच सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसका अर्थव्यवस्था पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के शोध के आधार पर के वी सुब्रमणियम ने यह अनुमान लगाया है.

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कार्यक्रम में मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कही थी ये बात

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लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था. मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कार्यक्रम में कहा था कि वे महामारी के कोई विशेषज्ञ नहीं है. अत: उनका अनुमान सटीक नहीं हो सकता है.

MSME के लिए सरकार ने उठाये कई कदम

सरकार ने MSME सेक्टर उत्पादन नुकसान को रोकने के लिए कई कदम उठाये हैं. इसलिए इस संक्रमण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव नहीं पड़ेगा. सुब्रमणियम ने कहा कि भारत ने संकट के इस समय को अवसर में बदलने की पहल की है.

देशव्यापी लॉकडाउन अर्थव्यवस्था के लिए घातक

अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज ने भारत को आगाह किया है. बोफा सिक्योरिटीज ने कहा है कि यदु भारत में एक महीने का देशव्यापी लॉकडाउन लगाया जाता है तो जीडीपी में 2 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है. ब्रोकरेज कंपनी ने सलाह दिया है कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लगाया जाना चाहिए.