New Delhi : National Overseas Scholarship में चयनित 106 में से 66 छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं मिलने पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि जब कोई दलित, पिछड़ा या आदिवासी छात्र पढ़ना चाहता है, तभी मोदी सरकार को बजट याद आता है.
जब कोई दलित, पिछड़ा या आदिवासी छात्र पढ़ना चाहता है - तभी मोदी सरकार को बजट याद आता है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 7, 2025
National Overseas Scholarship में चयनित 106 में से 66 वंचित छात्रों को सिर्फ इसलिए विदेश में पढ़ने की स्कॉलरशिप नहीं दी गई क्योंकि सरकार के पास “फंड नहीं” है।
लेकिन मोदी जी की विदेश… pic.twitter.com/pFweMJ8dJH
उन्होंने कहा कि National Overseas Scholarship में चयनित 106 में से 66 वंचित छात्रों को सिर्फ इसलिए विदेश में पढ़ने की स्कॉलरशिप नहीं दी गयी, क्योंकि सरकार के पास फंड नहीं है.
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी की विदेश यात्राओं, प्रचार और इवेंटबाज़ी पर हज़ारों करोड़ रुपये बेहिचक खर्च किये जाते हैं. भाजपा-आरएसएस पर हमलावर होते हुए कहा कि उनके नेताओं के बच्चों को कहीं पढ़ने पर कोई अड़चन नहीं आती, मगर जैसे ही कोई बहुजन छात्र आगे बढ़ता है, पूरा सिस्टम अड़ंगा लगाने लगता है.
राहुल गांधी ने कहा कि कहीं सरकारी स्कूलों को कम कर देना, कहीं बेवजह Not Found Suitable कह कर अवसर के दरवाज़े बंद कर देना तो कहीं मेहनत से हासिल स्कॉलरशिप छीन लेने का काम सरकार कर रही है. यह अन्याय है. भाजपा का खुला बहुजन शिक्षा विरोध है.
यही मनुवादी सोच आज फिर से एकलव्य का अंगूठा मांग रही है. राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार को यह अमानवीय फ़ैसला तुरंत पलटना होगा और इन 66 छात्रों को विदेश भेजना ही होगा. कहा कि हम बहुजनों से शिक्षा का यह मौलिक अधिकार छिनने नहीं देंगे.