सत्र में देरी पर RU के कुलपति सख्त, कॉलेज प्राचार्यों के साथ बैठक कर दिए निर्देश

Ranchi :  रांची विश्वविद्यालय (RU) के कुलपति प्रो. डी.के. सिंह ने शनिवार को नर्सिंग और बीएड कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ अहम बैठक की. बैठक का मुख्य उद्देश्य सत्र में हो रही देरी की समीक्षा करना और समय पर शैक्षणिक गतिविधियों को सुनिश्चित करना था. 

 

प्राचार्यों ने सत्र में देरी का कारण नामांकन प्रक्रिया को बताया 

बैठक में कुलपति ने कॉलेज प्राचार्यों से सत्र में देरी के कारणों की जानकारी ली. इस पर प्राचार्यों ने बताया कि नामांकन और काउंसलिंग प्रक्रिया झारखंड संयुक्त प्रवेश परीक्षा पर्षद (JCECEB) द्वारा आयोजित की जाती है, जो अकसर जुलाई में शुरू होने वाले विश्वविद्यालय सत्र की तुलना में काफी देर से संपन्न होती है. आमतौर पर पर्षद की नामांकन प्रक्रिया नवंबर-दिसंबर तक चलती है और रजिस्ट्रेशन में जनवरी तक का वक्त लग जाता है.

 

रजिस्ट्रेशन में देरी के कारण परीक्षाएं में भी होती है देरी

प्राचार्यों ने यह भी बताया कि बारहवीं के बाद छात्र पहले मेडिकल में दाखिले की कोशिश करते हैं और फिर नर्सिंग विकल्प के रूप में चुनते हैं. इसी कारण नर्सिंग की प्रवेश परीक्षा अपेक्षाकृत देर से होती है. उदाहरण स्वरूप, सत्र 2023-25 का रजिस्ट्रेशन वर्ष 2025 के अप्रैल में हुआ, जिसके चलते परीक्षा भी देर से आयोजित की गई. 

 

समय से कक्षाएं और परीक्षा जरूरी : कुलपति

कुलपति प्रो. सिंह ने बैठक के अंत में सभी कॉलेजों को समय से कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया. साथ ही, परीक्षा विभाग को अगले चार वर्षों का शैक्षणिक कैलेंडर तैयार करने का निर्देश भी दिया गया. उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय सरकार और JCECEB को पत्र लिखकर नर्सिंग व बीएड की प्रवेश परीक्षाएं समय पर आयोजित करने की मांग करेगा, ताकि आगे सत्र में देरी न हो.