भारत में जल्द होगी इन विदेशी वैक्सीनों की इंट्री, जानिए क्या होगी कीमत

LagatarDesk : देश में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने विदेशों में निर्मित कोरोना के टीकों को इस्तेमाल की मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज कर दी है. हाल ही में केंद्र ने रूसी टीके `स्पूतनिक वी` के इस्तेमाल को मंजूरी दी थी. पिछले मंगलवार को केंद्र सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), यूरोप, ब्रिटेन, अमेरिका या जापान में नियामकों से स्वीकृत कोरोना वायरस के सभी टीकों को त्वरित मंजूरी देने के फैसला किया था.
केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि विदेश में बने टीकों के सीमित आपात इस्तेमाल के लिए आवेदन मिलने के तीन दिन के भीतर भारत का औषधि नियामक इस पर फैसला कर लेगा. अब अमेरिका की कंपनी मॉडर्ना, फाइजर-बायोएनटेक, जॉनसन एंड जॉनसन, नोवावैक्स की वैक्सीन को भी भारत में मंजूरी मिल सकती है.
केंद्रीय औषधि प्राधिकरण (सीडीएससीओ) ने इन टीकों की नियामकीय मंजूरी को लेकर विस्तृत निर्देश जारी किया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक विदेशी कंपनी अपने टीके के भारत में आपातकालीन मंजूरी के लिए सीडीएससीओ को आवेदन देगी. आवेदन मिलने के तीन दिन के भीतर डीसीजीआई इस बारे में फैसला लेगा.

जानिये कितनी होगी इन वैक्सीन की कीमत

• अमेरिका की कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन का प्रभाव 94.1 फीसदी है. इसकी दो खुराक 28 दिन के अंतराल पर दी जाती है. रिपोर्ट के अनुसार टीके की एक खुराक की कीमत 1125 रुपये - 2475 रुपये तक हो सकती है.
• फाइजर-बायोएनटेक का टीका मॉडर्ना टीके की तरह ही है. इसकी दो खुराक तीन सप्ताह के अंतराल पर दी जाती है. इसका प्रभाव 94 फीसदी तक है. फाइजर के टीके को लेकर सबसे बड़ी समस्या इसे शून्य से 70 डिग्री सेल्सियस कम तापमान में रखने की है. इस टीके की एक खुराक की 506 रुपये से 1800 रुपये तक हो सकती है.
• जॉनसन एंड जॉनसन के टीके की एक ही खुराक दी जाती है. इसका प्रभाव दुनियाभर में 66 फीसदी और अमेरिका में 72 फीसदी तक पाया गया है. इस सिंगल डोज वैक्सीन की कीमत भारत में 637 रुपये से 750 रुपये तक हो सकती है.
• दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया अब नोवावैक्स वैक्सीन का मानव परीक्षण करने जा रही है. ब्रिटेन में यह मानव परीक्षण के दौरान 89.3 फीसदी सुरक्षित पायी गयी है. इसकी कीमत भारत में 225 रुपये हो सकती है.