- सात दिनों में एक घर से उठी तीन अर्थियां, जान बचाने के लिए अलग-अलग रह रहे हैं परिवार के कई सदस्य
Ranchi: झारखंड में कोरोना महामारी के आंकड़ों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. राजधानी रांची सहित पूरे प्रदेश में तकरीबन सभी जिले कोरोना महामारी की चपेट में आ गए हैं. हर दिन कोरोना के मामले नया रिकॉर्ड बना रहे हैं. हालात ऐसे बन गए हैं कि चिताओं को जलाने के लिए श्मशान घाटों में जगह कम पड़ रही है. शवों को जलाने के लिए कतार में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. इसी बीच रांची के साउथ ऑफिसपाड़ा में एक हृदय विदारक घटना सामने आयी हैं.
डोरंडा की श्यामली कॉलोनी में एक ही घर में 7 दिनों के अंदर 3 मौत हो गयी है. परिवार में कई सदस्यों की गंभीर स्थिति थी. परिवार के एक सदस्य का राम प्यारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. जान बचाने के लिए परिवार के सदस्य अलग-अलग रह रहे थे. सात भाईयों का खुशहाल परिवार है. तीन भाई डोरंडा में एक ही अर्पाटमेंट में रहते हैं. जिसमें सबसे बड़े भाई नारायण घोष हैं. उसके बाद छह भाईयों मेंं क्रमश: दिलीप घोष, गणेश घोष, माणिक घोष, गौतम घोष, रविंद्र घोष और विजय घोष हैं.
सात भाईयों में से दो भाई की मौत हो गयी है. इनमें से पहले गणेश घोष, फिर माणिक घोष की पत्नी स्मृति घोष, उसके बाद दिलीप घोष की मौत हो गई. वहीं गौतम घोष कोलकाता में रहते हैं. रविंद्र घोष और विजय घोष परिवार के साथ तुपुदाना में रह रहे हैं. परिवार में कई सदस्य कोरोना से संक्रमित हैं. परिवार के अन्य सदस्यों का इलाज शहर के अस्पताल और पारिवारिक डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा है.
साउथ ऑफिसपाड़ा में है स्वीट्स, बेकरी सहित कई कारोबार
श्यामली कॉलोनी के रोड नंबर-1 में घोष परिवार परिचय का मोहताज नहीं है. साउथ ऑफिसपाड़ा में घोष परिवार कई कारोबार से जुड़ा हुआ है. मंजूश्री स्वीट्स एंड बेकरी सहित कई कारोबार है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले गणेश घोष की मौत हुई. उसके बाद स्मृति घोष और फिर दिलीप घोष की मौत हो गयी. इसके बाद से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है. मंजूश्री स्वीस्ट्स एंड बेकरी सहित सभी दुकानें पिछले एक सप्ताह से बंद हैं.
पिछले साल धनबाद में एक ही परिवार के छह सदस्यों की कारोना से हुई थी मौत
इससे पहले धनबाद के कतरास के चाैधरी परिवार पर बीते साल कोरोना का कहर टूटा था. एक के बाद एक परिवार के छह सदस्यों की मौत हो गयी थी. झारखंड ही नहीं, देश में अपने तरह की इकलौती ऐसी मनहूस घटना थी, जिसमें कोरोना से एक ही परिवार में छह लोगों की मौत हो गयी थी. एक पखवारे के अंदर कोरोना ने एक हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया. चाैधरी परिवार कतरास का सुखी-संपन्न, अग्रणी परिवारों में है. धनबाद, दिल्ली और छत्तीसगढ़ के रायपुर में कारोबार है. लेकिन कोरोना के आगे चौधरी परिवार पूरी तरह लाचार हो गया था.