Washington : ईरान ने बहादुरी से युद्ध लड़ा है. वह तेल का कारोबार करता है. मैं चाहूं तो इस पर रोक लगा सकता हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा. ईरान को युद्ध से नुकसान हुआ है. उसे अब नुकसान से उबरने के लिए ऑयल बेचने की जरूरत है. अगर चीन ईरान से ऑयल खरीदना चाहता है, तो हमें कोई परेशानी नहीं है.अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नीदरलैंड्स में आयोजित नाटो समिट में यह बात कही.
US President Donald Trump called for Israel to pardon Prime Minister Benjamin Netanyahu or cancel his corruption trial, saying the US would save him like it did his country https://t.co/PLX3Pm4g2h
— Reuters (@Reuters) June 26, 2025
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन चाहे तो ईरान से ऑयल खरीद सकता है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि चीन अमेरिका से भी ऑयल खरीदेगा. ईरान-इजराइल के बीच 12 दिन चले युद्ध के बाद ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा करते हुए शांति स्थापित करने की बात कही थी. अमेरिका की खुफिया एजेंसी के अनुसार इजराइल-अमेरिका के हमलों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
माना जा रहा है कि अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को काफी पीछे धकेल दिया है. ट्रंप ने ईरान की हथियार(परमाणु) बनाने की ताकत पूरी तरह खत्म कर दी है. ईरान के विदेश मंत्रालय ने स्वीकार किया है कि इजराइल-अमेरिका के हमलों से उनके परमाणु ठिकानों को क्षति पहुंची है.
महत्वपूर्ण बात यह है कि ईरान और इजराइल के बीच सीजफायर लागू होने के बावजूद अयातुल्ला अली खामेनेई जनता के सामने नहीं आये है. खामेनेई पिछले एक सप्ताह से सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आये हैं. उनका कोई बयान भी सामने नहीं आया है. कहा गया था कि इजराइली हमलों के बाद खामेनेई को सुरक्षा कारणों से अंडरग्राउंड कर दिया गया था, लेकिन अब युद्ध विराम हो गया है, फिर भी वह सामने नहीं आये है.
ईरान के खुफिया मंत्रालय के अनुसार इजराइल की जासूसी गतिविधियां देश में हर जगह है. इसलिए खतरा बना हुआ है. एक बात और कि डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल की न्यायपालिका से कहा है कि वह नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मुकदमे को तुरंत रद्द करे.
ट्रंप ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है. ट्रंप ने कहा कि वह एक महान नायक हैं, जिन्होंने देश के लिए अच्छा काम किया है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने इजराइल को बचाया है अब अमेरिका नेतन्याहू को बचायेगा.