Ashish Tagore
Latehar: लातेहार पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. माओवादियों के दो बड़े जोनल कमांडर नीरज सिंह खरवार उर्फ संजय खरवार और सालमन उर्फ लोकेश गंझू उर्फ राजकुमार गंझू ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. दोनों पर दस-दस लाख रूपये का इनाम है. शुक्रवार को इन्होंने पुलिस उप महानिरीक्षक पलामू वाई एस रमेश, उपायुक्त गरिमा सिंह व पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन के समक्ष पुलिस मुख्यालय में सरेंडर किया. मौके पर सीआरपीएफ के कमाडेंट केडी जोशी व बीपी त्रिपाठी मुख्य रूप से मौजूद थे. डीआईजी व अन्य अधिकारियों ने इन दोनों माओवादियों को बुके और शॉल भेंट कर सम्मानित किया और समाज के मुख्यधारा में लौटने की बधाई दी. मौके पर दोनों माओवादियों के परिजन मौजूद थे. सालमन ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 22 सालों से माओवादियों के साथ रहा. माओवादियों के द्वारा लगातार दबाव दिये जाने के कारण वह भाकपा माओवादी में शामिल हुआ था. वह 2016 से बुढ़ा पहाड़ में छोटू खरवार के साथ काम कर रहा था. उसने लातेहार व लोहरदगा क्षेत्र के कई घटनाओं को अंजाम दिया है. जबकि नीरज गंझू ने बताया कि वह वर्ष 2004 में भाकपा माओवादी में शामिल हुआ था.2013 में जोनल कमांडर बनाया गया. उसने 2013 में मेदिनीनगर-रांची मुख्य पथ पर पतकी जंगल में आइइडी लगाने, 2018 में बारेसांढ़ के कुजरूम जंगल में झारखंड जगुआर के साथ मुठभेड़ और अन्य कई प्रमुख वारदातों में शामिल रहा है. सालमन पर 11 व नीरज पर विभिन्न थानों में 24 मामले दर्ज हैं.
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अन्य माओवादी भी कर दें सरेंडर: रमेश
पुलिस उप महानिरीक्षक वाईएस रमेश ने अन्य माओवादियों से भी सरकार की नयी दिशा के पुर्नवास नीति के तहत सरेंडर करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र से माओवादियों का सफाया हो चुका है. जो शेष बचे हैं, वे पुलिस की रडार पर हैं. अगर वें सरेंडर नहीं करते हैं तो पुलिस की गोली के शिकार होंगे. उन्होंने कहा कि डबल बुल और आपरेशन ऑक्टोपस क्षेत्र में चलाया गया है और इसमें माओवादियों को काफी क्षति उठानी पड़ी है. इस अभियान में सीआरपीएफ, कोबरा व झारखंड जगुआर व जिला बल की कंपनियां शामिल रही है.
प्रावधानों के अनुसार दी जायेगी सुविधायें: डीसी
डीसी गरिमा सिंह ने कहा कि इन दोनों माओवादियों ने सरकार की आत्मसमपर्ण नीति नई दिशा से प्रभावित हो कर आत्मसमपर्ण किया है. उन्हें इस नीति के तहत सरकार के द्वारा प्रदत सभी सुविधायें दी जायेंगी. आज उन्हें दस-दस लाख रूपये का प्रतीकात्मक चेक सौंपा गया है. शीघ्र ही अन्य सुविधायें भी प्रदान की जायेंगी. उन्होंने अन्य उग्रवादी व माओवादियों से इस नीति का लाभ उठाने की अपील की.
माओवादी कमजोर हुए हैं: एसपी
मौके पर एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि इन दोनों के सरेंडर करने से माओवादी कमजोर हुए हैं. कहा कि माओवादियों, नक्सलियों और उग्रवादियों के विरूद्ध लातेहार जिले में कई नक्सल अभियान चलाया गया है. प्रमुख नक्सली व उग्रवादियों को पुलिस ने हथियार डालने व आत्मसमपर्ण करने के लिए मजबूर किया है. ऑपरेशन डबल बूल के दौरान भाकपा माओवादियों के रिजनल कमिटि सदस्य रविंद्र गंझू के दस्ते को सुरक्षा बलों ने पूरी तरह से कमजोर कर दिया है. अब तक दर्जनों माओवादियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. कई उग्रवादी व माओवादी मारे जा चुके हैं. माओवादियों के गढ़ बुढ़ा पहाड़ को खाली कराने के लिए पुलिस ने आपरेशन आक्टोपस चलाया और बुढ़ा पहाड़ को खाली कराया. यहां अस्थायी पिकेट बना कर ग्रामीणों को राहत दी गयी. यहां लगातार सामुदायिक पुलिसिंग की जा रही है.
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