Patna : बिहार में बीते 15 दिनों से एक के बाद एक पुल ढहने की घटनाएं सामने आ रही है. ताजा मामला सारण का है. यहां बनियापुर प्रखंड के सरेया पंचायत में गुरुवार की सुबह-सुबह एक और पुल (10वां पुल) ध्वस्त हो गया. पूर्व स्थानीय प्राधिकारियों द्वारा 15 साल पहले गंडकी नदी पर बनाया गया छोटा पुल बारिश की वजह से कमजोर हो गया था. जो आज सुबह में ढह गया. यह पुल कई गांवों को पड़ोसी जिला सिवान से जोड़ता था. जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी.
24 घंटे में सारण में पुल गिरने की तीसरी घटना
बता दें कि सारण में बीते 24 घंटे के भीतर पुल गिरने की यह तीसरी घटना है. इससे पहले छपरा के जनता बाजार थाना क्षेत्र में गंडक नदी पर बना पुल तास के पत्तों की तरह बिखर गया था. वहीं थोड़ी देर के बाद लहलादपुर थाना क्षेत्र के सारण गांव में एक पुलिया ध्वस्त हो गयी थी. इन छोटे पुलों के ढहने का कारण जानने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये गये हैं.
तीन जून को एक के बाद एक लगातार पांच पुल ढहे : तेजस्वी
इधर बिहार में एक के बाद एक लगातार छह पुलों के गिरने के बाद राज्य में सियासत तेज हो गयी है. तेजस्वी ने पुल गिरने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि चार जुलाई यानी आज सुबह बिहार में एक पुल और गिरा. कल तीन जुलाई को ही अकेले 𝟓 पुल गिरे. 18 जून से लेकर अभी तक 12 पुल ध्वस्त हो चुके हैं. तेजस्वी ने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन उपलब्धियों पर एकदम खामोश और निरुत्तर है. सोच रहे हैं कि इस मंगलकारी भ्रष्टाचार को जंगलराज में कैसे परिवर्तित करें? आगे लिखा कि सदैव भ्रष्टाचार, नैतिकता, सुशासन, जंगलराज, गुड गवर्नेंस इत्यादि पर राग अलपा दूसरों में गुण दोष के खोजकर्ता, कथित उच्च समझ के उच्च कार्यकर्ता, उन्नत कोटि के उत्कृष्ट पत्रकार सह पक्षकार तथा उत्तम विचार के श्रेष्ठ लोग अंतरात्मा का गला घोंट इन सुशासनी कुकृत्यों पर चुप्पी की चादर ओढ़ सदाचारी बन चुके हैं.
𝟒 जुलाई यानि आज सुबह बिहार में एक पुल और गिरा।
कल 𝟑 जुलाई को ही अकेले 𝟓 पुल गिरे।
𝟏𝟖 जून से लेकर अभी तक 𝟏𝟐 पुल ध्वस्त हो चुके है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन उपलब्धियों पर एकदम खा़मोश एवं निरुत्तर है। सोच रहे है कि इस मंगलकारी भ्रष्टाचार को…
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 4, 2024
पुल गिरने की घटना पर सीएम मौन और डिप्टी सीएम गौण
तेजस्वी ने अपने एक अन्य पोस्ट में पुल ढहने का वीडियो शेयर किया है. वीडियो के साथ तेजस्वी ने लिखा कि देखिये, कैसे आज तीन जुलाई को बिहार में एक ही दिन में चार पुल गिरे? आगे लिखा कि मुख्यमंत्री मौन, दो-दो उपमुख्यमंत्री गौण. 18 वर्षों की एनडीए सरकार बताये दोषी कौन? क्योंकि बिहार में बीजेपी सत्ता में है, इसलिए भ्रष्टाचार और अपराध ना गोदी मीडिया के लिए मुद्दा है और ना जातिवादी मीडिया के लिए? तेजस्वी ने आगे कहा कि वैसे छह दलों वाली डबल इंजन सरकार के लिए यह विचित्र स्थिति है कि 15 दिन में हजारों करोड़ के 10 पुल गिरने के बाद भी उन्हें विपक्ष को दोषी ठहराने के लिए कोई बहाना ही नहीं मिल रहा है.
देखिए, कैसे आज 𝟑 जुलाई को बिहार में एक ही दिन में 𝟒 पुल गिरे?
मुख्यमंत्री मौन, 𝟐-𝟐 उपमुख्यमंत्री गौण
𝟏𝟖 वर्षों की 𝐍𝐃𝐀 सरकार बताए दोषी कौन?चूंकि 𝐁𝐉𝐏 बिहार में सत्ता है इसलिए भ्रष्टाचार और अपराध ना गोदी मीडिया के लिए मुद्दा है और ना जातिवादी मीडिया के लिए?
वैसे 𝟔… pic.twitter.com/prlsmXaDZ6
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 3, 2024
18 जून से निर्माणाधीन पुल गिरने का सिलसिला जारी
बता दें कि बिहार में आये दिन पुल के गिरने का मामला सामने आ रहा है. सबसे पहले 18 जून को अररिया के सिकटी में बकरा नदी पर 12 करोड़ की लागत से बना पुल गिरा था. वहीं चार दिन बाद 22 जून को सिवान में दरौंदा और महाराजगंज ब्लॉक को जोड़ने वाली नहर पर बना पुल गिरा था. 23 जून को मोतिहारी के घोड़ासहन प्रखंड में डेढ़ करोड़ की लागत से बन रहा पुल भरभरा कर गिर गया था.इसके बाद 27 जून को बिहार के किशनगंज में कनकई और महानंद नदी को जोड़ने वाली सहायक नदी पर बना 70 मीटर लंबा पुल का पिलर अचानक ढह गया. वहीं 28 जून को मधुबनी में भी निर्माणाधीन पुल का गर्डर गिर गया. 1 जुलाई को किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड के पथरिया पंचायत स्थित खोशी डांगी गांव में बूंद नदी पर बना पुल का पिलर करीब एक से डेढ़ फीट धंस गया. वहीं तीन जुलाई को सारण में पांच और चार जुलाई को एक पुल ढह गया. इस तरह पिछले कुछ दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण सिवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में 16 दिन में 10 पुल ढह गये.
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