Dhanbad : आईआईटी-आईएसएम, धनबाद में पांच दिवसीय लीडरशिप और मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम (MDP) के चौथे दिन वित्तीय प्रबंधन पर फोकस रहा. गुरुवार को सत्र की शुरुआत में ही विशेषज्ञों ने वित्तीय प्रबंधन और शासन क्षमता निर्माण पर व्याख्यान दिए. इस कार्यक्रम का आयोजन पंचायती राज मंत्रालय के राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत किया गया है. इसका उद्देश्य पंचायती राज पदाधिकारियों की नेतृत्व क्षमता और प्रबंधकीय कौशल को बढ़ाना है.
आईआईटी-आईएसएम के कुलसचिव प्रभोध पांडेय ने पंचायतों में वित्तीय उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए वित्तीय प्रबंधन और रणनीति निर्माण पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने वित्तीय प्रबंधन के जटिल पहलुओं को विस्तार से समझाया और भागीदारों को वित्तीय प्रक्रिया, बजट आवंटन, और पारदर्शिता पर जोर दिया. उप कुलसचिव (वित्त और लेखा) धनंजय कुमार ने ऑडिट प्रक्रिया और सरकारी खरीद के जटिल पहलुओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) और विभिन्न ऑडिट मैकेनिज्म की जानकारी दी.
प्रो. सौम्या सिंह ने ग्रामीण उद्यमिता और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित सत्र में Self Help Groups (SHGs) के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता प्रदान करने की पहल को समझाया. इस मौके पर 47 प्रतिभागियों ने झरिया कोलफील्ड्स का दौरा किया. उन्होंने औद्योगिक व खनन की सामाजिक-आर्थिक वास्तविकताओं को समझा. इस कार्यक्रम के माध्यम से आईआईटी-आईएसएम राष्ट्रीय विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत कर रहा है.
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