Moscow : Russian Ukraine War के बीच खबर आयी है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन दुनिया के सबसे बड़े अमीर है. कहा जा रहा है कि पुतिन की दौलत 200 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा है. अगर यह सच है तो पुतिन के पास दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति माने जाने वाले अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क से भी ज्यादा संपत्ति वाले है.
जान लें कि पुतिन दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में शामिल है. वे 2 दशक से भी ज्यादा समय से रूस के शीर्ष नेता बने हुए हैं. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पुतिन फिर से दुनिया भर में चर्चा के केंद्र में हैं.
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पुतिन के पास 200 बिलियन डॉलर से ज्यादा संपत्ति
रूस मामलों के सबसे गहरे जानकारों में शामिल अमेरिकन-ब्रिटिश फाइनेंसियर बिल ब्राउडर (Bill Browder) ने 2017 में अमेरिकी सीनेट के सामने गवाही देते हुए पुतिन की दौलत के बारे में अपनी राय रखी थी ब्राउडर के दावे के अनुसार रूस के राष्ट्रपति के पास 2017 में ही 200 बिलियन डॉलर से ज्यादा की संपत्ति थी. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के हिसाब से एलन मस्क का कुल नेटवर्थ अभी 198.6 बिलियन डॉलर है. बीते 5 साल में निश्चित ही पुतिन की संपत्ति में इजाफा हुआ होगा, तो इस हिसाब से उनके पास मस्क से भी ज्यादा संपत्ति है.
जान लें कि बिल ब्राउडर हर्मिटेज कैपिटल मैनेजमेंट (Hermitage Capital Management) के सीईओ एंड को-फाउंडर हैं और यह कंपनी एक समय रूस के सबसे बड़े पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स में से एक रह चुकी है. वहां ब्राउडर को पुतिन के गुस्से का शिकार होना पड़ा था और रूस से कारोबार समेटना पड़ा था. उन्हें अभी पुतिन के सबसे उग्र आलोचकों में से एक माना जाता है.
रूस के टॉप बिलियनेयर्स को अपनी आधी संपत्ति सौंपने का आदेश दिया
ब्राउडर का तर्क था कि पुतिन ने सत्ता संभालने के कुछ ही साल बाद रूस के टॉप बिलियनेयर्स को अपनी आधी संपत्ति सौंपने का आदेश दिया था. ब्राउडर ने सीनेट को बताया था कि 2003 में जब रूसी बिजनेसमैन मिखाइल खोदोरकोव्सकी (Mikhail Khodorkovsky) को गिरफ्तार किया गया था, उसके बाद पुतिन ने ऐसा आदेश दिया था. तेल कंपनी यूकोस (Yukos) के मालिक खोदोरकोव्सकी उस समय रूस के सबसे अमीर व्यक्ति थे. गिरफ्तारी के बाद उन्हें धोखाधड़ी के आरोप में जेल में कैद कर दिया गया था.
मुश्किल है पुतिन की दौलत की गणना
कुछ जानकार पुतिन की दौलत का गणित करना ही बेबुनियाद मानते हैं. उनके अनुसार, पुतिन के पास इतनी दौलत है कि उसका पता ही नहीं लगाया जा सकता है. देश से निकाले जा चुके रूसी बिजनेसमैन सर्गेइ पुगाचेव (Sergei Pugachev) ने 2015 में इस बारे में The Guardian में एक लेख लिखा था. उस आलेख के अनुसार जो कुछ भी रशियन फेडरेशन की टेरीटरी में है, पुतिन सबको अपनी निजी संपत्ति मानते हैं.
फोर्ब्स या ब्लूमबर्ग की लिस्ट में नहीं है पुतिन का नाम
फोर्ब्स (या ब्लूमबर्ग की लिस्ट में व्लादिमिर पुतिन का नाम नहीं आता है. फोर्ब्स ने इस बारे में 2015 में कहा था कि वह पुतिन के पास 1 बिलियन डॉलर या इससे ज्यादा की दौलत होने की बात को वेरिफाई करने में सक्षम नहीं है. इस कारण उसने पुतिन को बिलियनेयर्स की लिस्ट से बाहर रखने का निर्णय लिया है. फोर्ब्स या ब्लूमबर्ग भले ही पुतिन के नेटवर्थ को ट्रैक नहीं करता हो, लेकिन कई एनालिस्ट इसका प्रयास करते रहते हैं.
पैंडोरा पेपर्स से हुआ खुलासा
एक और पुतिन के आलोचक रशियन पॉलिटिकल एनालिस्ट स्टानिस्लाव बेलकोव्सकी ने दी ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म के लिए 2012 में पुतिन की दौलत का आकलन किया था और उनके हिसाब से तब पुतिन के पास 70 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी. कुछ समय पहले दुनिया भर में खलबली मचाने वाले पनामा पेपर्स (Panama Papers) और पैंडोरा पेपर्स (Pandora Papers) जैसे खुलासों में पुतिन की दौलत को लेकर काफी जानकारियां सामने आयी थीं.
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