Dumka : जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के बादलपाड़ा, लुटिया पहाड़ी, कल्याणपुर में कोयले का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. दुमका डीएफओ अभिरूप सिन्हा के निर्देश पर वन विभाग की टीम ने 10 जनवरी को हीरापुर चित्रकुंडी इलाके से अवैध कोयला लदे पांच बाइक बरामद किया. जब्त कोयला और बाइक वन विभाग के डिपो में रखा गया है.
कोयले के अवैध कारोबारी खदान से कोयला निकालने के लिए विस्फोटकों का भी इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा पोकलेन लगाकर भी खदानों से कोयला निकाला जाता है. इन अवैध कारोबारियों को शासन-प्रशासन का भय नहीं है.
चार पहिया वाहनों से दूसरे राज्यों में भेजा जाता है कोयला
जिस तरह छोटे-बड़े चार पहिया वाहनों से कोयले को दूसरे राज्यों में भेजा जाता है उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन करीब 25 से 30 टन अवैध कोयला खदानों से निकाला जाता होगा. वाहनों से दूसरे राज्य में कोयले को भेजे जाने का रेट प्रति ट्रक 95 हजार रुपये और पिकअप वैन व ट्रैक्टर प्रति खेप 5 हजार रुपये तय है.
वहीं, इस मामले में पूछे जाने पर शिकारीपाड़ा के थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह ने बताया कि इस तरह के मामले पर बयान देने का अधिकार एसडीपीओ को है. इस मामले में जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हाल ही में शिकारीपाड़ा के कोयला भंडार वाले इलाके में छापेमारी कर अवैध कोयला खदानों और सुरंगों को ध्वस्त कर दिया गया था. अवैध कोयले का कारोबार फिर शुरू होने की सूचना मिलने से उपायुक्त के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी.
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