Saurav Singh
Ranchi : झारखंड के संथाल परगना के छह जिलों में कथित रुप से बांग्लादेशी घुसपैठ की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) करेगी. ईडी ने रांची के बरियातू थाना में बीते चार जून को दर्ज प्राथमिकी (कांड संख्या 188/2024) को टेकओवर किया है. गौरतलब है कि रांची पुलिस ने बरियातू थाना क्षेत्र के हिल व्यू रोड स्थित बाली रिजॉर्ट से तीन युवतियों को पकड़ा था. बाद में पता चला था कि तीनों युवति बांग्लादेशी है. ईडी ने पुलिस अनुसंधान के आधार पर इस केस को मनी लांड्रिंग अधिनियम के तहत जांच करने का फैसला लिया है.
रांची पुलिस के अनुसंधान में यह पता चला है कि निजी एजेंटों की मदद से बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध तरीके से भारत में घुसपैठ कराया जा रहा है. फर्जी दस्तावेज के सहारे उन्हें भारत की नागरिकता दिलायी जाती है.
रात के अंधेरे में तार काटकर किया था बार्डर क्रॉस
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि तीनों युवतियों बांग्लादेश के चटग्राम की रहने वाली है. तीनों के नाम निंपी बिरूआ, समरीन अख्तर व निपा अख्तर थी. मनीषा राय नामक एक अन्य लड़की की मदद से तीनों कोलकाता लाया गया था. पुलिस की छानबीन में यह भी पता चला था कि 31 मई की आधी रात को गिरफ्तार तीनों युवतियां, तीन अन्य युवतियों परवीन, झूमा और हासी के साथ निजी एजेंटों के सहयोग से बोर्डर पर लगे फेंसिंग को काटकर भारत में प्रवेश कराया गया था. तीनों युवतियों ने पुलिस को बताया था कि इनके साथ तीन और लड़कियां बांग्लादेश से आयी थी, जो रांची में ही मनीषा रॉय के साथ कहीं छिप कर रह रही है.