मधुबन गेस्ट हाउस में जिले के अधिकारियों के साथ की बैठक
Pirtand (Giridih) : मुख्यममंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ शुक्रवार को मधुबन सम्मेद शिखर जी पहुंचे. वहां पारसनाथ पर्वत पर आदिवासी समाज के पूजा स्थल मरांगबुरू दिशोम मांझी थान में संथाली रीति-रिवाज के अनुसार पूजा-अर्चना की. पूजा की सारी विधि आदिवासी समाज के पुजारी बबलू हांसदा व सहयोगी पुजारियों ने संपन्न कराई. सीएम और पत्नी कल्पना सोरेन ने राज्य में शांति और आने वाले चुनाव में जीत की कामना लेकर प्रकृति की पूजा की. दोनों ने बलि देने के लिए 4 पशुओं की भी पूजा की. चारों पशुओं को चराया भी, फिर उन्हें बलि देने के लिए पारसनाथ पहाड़ से दूर ले जाया गया. इससे पूर्व मरांगबुरु दिशोम मांझी थान में सीएम और उनकी सह गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन का संथाली समाज के लोगों ने बुके देकर स्वागत किया.
पूजा के बाद सीएम व कल्पना सोरेन ने पुजारियों व आदिवासी महिलाओ के साथ बैठक की, जिसमें सामाजिक बिंदुओं पर चर्चा चर्चा की. मांझी थान के बाहर पहाड़ पर पौधरोपण भी किया. दोनों मधुबन के क्षेत्रपाल भोमिया बाबा मंदिर भी गए और दर्शन-पूजन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने मधुबन अतिथि गृह में जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. मौके पर गिरिडीह के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी दीपक कुमार शर्मा, सदर विधायक सुद्विय कुमार सोनू, राज्यसभा सांसद सरफराज अहमद, टुंडी विधायक मथुरा महतो सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे. सीएम के दौरे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर एसपी दीपक कुमार शर्मा व एसडीपीओ सुमित प्रसाद खुद नजर रख रहे थे. चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती थी. इससे पहले सीएम हेमंत सोरेन का मधुबन के कल्याण निकेतन में गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया गया.
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