NewDelhi : पश्चिम बंगाल में चुनावी बाद हुई हिंसा के मामलों की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक कमेटी का गठन किया है. मानवाधिकार आयोग द्वारा गठित जांच कमेटी के अध्यक्ष राजीव जैन होंगे.मानवाधिकार आयोग ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि इसके अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरूण मिश्रा ने एक कमेटी का गठन किया है जो चुनाव बाद हिंसा की शिकायतों पर कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार जांच करेगी.
जान लें कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों की जांच के लिए मानवाधिकार आयोग को कमेटी गठित करने का आदेश दिया था. एक याचिका पर हाईकोर्ट ने यह निर्देश दिया था. अधिकारियों ने बताया कि कमेटी उन मामलों की जांच करेगी जो एनएचआरसी के समक्ष आयी है या जिस बारे में आयोग से शिकायत की जायेगी.
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पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका खारिज
बता दें कि इससे पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल सरकार की एक याचिका खारिज कर दी, जिसमें इसने मानवाधिकार आयोग से कथित मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं और चुनाव बाद की हिंसा की जांच के सभी मामले वापस लेने का आग्रह किया था.
जांच कमेटी के सदस्य
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष आतिफ रशीद, राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य राजूलबेन एस देसाई, एनआरएसी के महानिदेशक जांच संतोष मेहरा, पश्चिम बंगाल के मानवाधिकार आयोग के रजिस्ट्रार प्रदीप कुमार पंजा, पश्चिम बंगाल राज्य कानूनी सेवाएं प्राधिकरण के सदस्य राजू मुखर्जी और एनएचआरसी के डीआईजी जांच मंजिल सैनी जांच कमेटी के सदस्य बनाये गये हैं.
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