LagatarDesk : सावन का पावन महीना महादेव की पूजा के लिए सबसे पवित्र होता है. शिव भक्त काफी बेसब्री से इस महीने का इंतजार करते हैं. इस बार सावन मास 4 जुलाई से शुरू होगी, जो 31 अगस्त तक को समाप्त होगी. यानी इस बार सावन का महीने एक नहीं बल्कि दो महीने का होगा. हिंदू पंचाग के अनुसार, इस साल सावन अधिकमास यानी मलमास लग रहा है. जो 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगी. जिसकी वजह से सावन 59 दिनों की होगी. यह शुभ संयोग 19 साल बाद बन रहा है. सावन में दुर्लभ मणिकांचन योग भी लग रहा है. जो काफी लाभदायक होता है.
इस बार सावन पर लग रहा अधिकमास
बता दें कि वैदिन पंचांग की गणना सौर मास और चंद्रमास के आधार पर की जाती है. चंद्रमास 354 दिनों का और सौर मास 365 दिन का होता है. ऐसे में 11 दिन का अंतर आता है और 3 साल के अंदर यह अंतर 33 दिन का हो जाता है. जिसे अधिकमास या मलमास कहा जाता है. इसलिए इस बार सावन एक की बजाय दो महीना का होने वाला है. यानी इस बार सावन में चार नहीं बल्कि 8 सोमवारी होगी. मलमास का असर अन्य त्योहारों पर भी पड़ेगा. साल 2022 की तुलना में इस बार सभी त्योहार 15 से 20 दिन देर से होंगे. सावन के अलावा, इस बार चतुर्मास भी 4 नहीं 5 महीने का होगा.
8 बार का होगा सोमवारी
- सावन का पहला सोमवार: 10 जुलाई 2023
- सावन का दूसरा सोमवार: 17 जुलाई 2023
- सावन का तीसरा सोमवार: 24 जुलाई 2023
- सावन का चौथा सोमवार: 31 जुलाई 2023
- सावन का पांचवां सोमवार: 07 अगस्त 2023
- सावन का छठा सोमवार: 14 अगस्त 2023
- सावन का सातवां सोमवार: 21 अगस्त 2023
- सावन का आठवां सोमवार: 28 अगस्त 2023
सावन सोमवारी करने से वैवाहिक जीवन में रहता है खुशहाल
हिंदू मान्यता के अनुसार, सावन के सोमवार का व्रत करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है. साथ ही जीवन सुख-समृद्धि से भरा रहता है. महादेव को सावन महीने में धतूरा, बेलपत्र चावल चंदन, शहद आदि जरूर चढ़ाना चाहिए. मान्यता है कि इस समय की गयी पूजा से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं. इसके अलावा सावन के सोमवार का व्रत करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है.
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