NewDellhi : प्रधानमंत्री मोदी ने आज शुक्रवार को पूर्वोत्तर राज्यों के तीन दिवसीय अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन किया. इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार अष्टलक्ष्मी के नाम से विभूषित देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों को, पूर्वोत्तर क्षेत्र की भावना, अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी की त्रिवेणी से जोड़ रही है.
With its vibrant culture and dynamic people, the Northeast holds immense potential to propel India’s growth. Addressing the Ashtalakshmi Mahotsav in Delhi. https://t.co/aLBQSzWuas
— Narendra Modi (@narendramodi) December 6, 2024
At 3 PM this afternoon, will inaugurate the Ashtalakshmi Mahotsav at Bharat Mandapam, Delhi. This programme celebrates the vibrant culture of the different states of the Northeast. The focus will also be on promoting investment and economic activities relating to the region,…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 6, 2024
क्षेत्र में विभिन्न शांति समझौतों से हिंसा में कमी आयी है
पीएम ने कहा कि क्षेत्र में विभिन्न शांति समझौतों से हिंसा में कमी आयी है. श्री मोदी राजधानी में पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक जीवंतता और आर्थिक क्षमता को प्रदर्शित और प्रोत्साहित करने के उद्येश्य से आयोजित अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन कर बोल रहे थे. इस क्रम में श्री मोदी ने कहा कि पिछले एक साल में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास पर पांच लाख करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. यह दर्शाता है कि सरकार पूर्वोत्तर को कितनी प्राथमिकता देती है. इस क्षेत्र के लिए सरकार ने कई विशेष योजनाएं चालू की हैं. जान लें कि आठ पूर्वोत्तर राज्य असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम, ऐसे राज्य हैं जिन्हें अष्टलक्ष्मी या समृद्धि के आठ रूप कहा जाता है.