Kolkata : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने हिंसा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की.
#WATCH | Murshidabad: West Bengal Governor CV Ananda Bose says, “… What happened is barbaric… This should never happen again. People are in panic… We should re-establish normalcy there and bring people to confidence that there is someone to protect them, and also take all… https://t.co/3OILiOXcq5 pic.twitter.com/16uMAMwMQY
— ANI (@ANI) April 19, 2025
Watch: BJP leader and actor Mithun Chakraborty on the imposition of President’s Rule in Bengal says, “I’ve requested many times, and I’m still requesting the Home Minister. At the very least, please deploy the military inside for two months during the elections. If they are… pic.twitter.com/x64pF7j9Mi
— IANS (@ians_india) April 19, 2025
#WATCH | Balurghat, West Bengal: On Murshidabad violence, state BJP President Sukanta Majumdar says, “The women of Murshidabad are demanding a permanent BSF camp in the area… Mamata Banerjee and her party are repeatedly saying the violence was instigated by outsiders, but the… pic.twitter.com/5aaCKrUlwC
— ANI (@ANI) April 19, 2025
शनिवार को राज्यपाल ने मीडिया के समक्ष घटनाओं को बेहद शर्मनाक करार दिया. कहा कि राज्य में शांति बहाली और न्याय उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. मुर्शिदाबाद में लोग अभी भी दहशत में हैं. हिंसा प्रभावित हुए परिवार बेहद दुख और असुरक्षा के माहौल में हैं.
राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा सर्वाधिक महत्वपूर्ण है. प्रशासन को हर संभव कदम उठाना चाहिए. उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट भी तलब करते हुए कहा वह स्थिति की जानकारी केंद्र सरकार को भेजेंगे.
एक अधिकारी के अनुसार राज्यपाल ने मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गये हरगोविंद दास और चंदन दास के के परिजनों से मुलाकात की. हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
परिजनों ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की. खबर हा कि मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान में शनिवार को राज्यपाल को ग्रामीणों के विरोध भी सहना पड़ा. दरअसल राज्यपाल धुलियान के वार्ड-16 के बेदवाना गांव में ग्रामीणों से मिले बिना जा रहे थे. इस पर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया, विरोध की खबर सुनते ही राज्यपाल ने ग्रामीणों से मुलाकात की.
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख विजया रहाटकर के नेतृत्व में एक टीम आज धुलियान में हिंसा के पीड़ितों से मिली. आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है,
धुलियान के बेटबोना कस्बे के पीड़ितों ने अपनी आपबीती सुनाई और मांग की कि जिले में स्थायी बीएसएफ कैंप स्थापित हों. सांप्रदायिक दंगों की एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से जांच कराई जाये.
भाजपा नेता और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने एक बार फिर केंद्र सरकार से मांग की कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाये. कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. खासकर मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा पर चिंता जताई. कहा कि हिंसा वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के कारण हुई
. मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, मैं कई बार अनुरोध कर चुका हूं. अभी भी गृह मंत्री से अनुरोध कर रहा हूं. कम से कम, कृपया चुनाव के दौरान दो माह के लिए अंदर सेना तैनात करें. निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए यह जरूरी है.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि मुर्शिदाबाद की महिलाएं इलाके में स्थायी बीएसएफ कैंप की मांग कर रही हैं. ममता बनर्जी और उनकी पार्टी बार-बार कह रही है कि हिंसा बाहरी लोगों ने भड़काई, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधी स्थानीय लोग ही थे.
एक हिंदू शिक्षक के घर में उसके छात्रों ने तोड़फोड़ की. स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है. थोड़ी बहुत शांति केंद्रीय बलों की मौजूदगी की वजह से है. केंद्रीय बलों के हटते ही हालात फिर से पहले जैसे हो सकते हैं.
बंगाल से हिंदू पलायन कर रहे हैं. ममता बनर्जी और वामपंथी हिंदुओं को मूर्ख बनाते रहे और पृष्ठभूमि में इस्लामी कट्टरपंथ जारी रहा.
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