Ashish Tagore
Latehar: जिले के नागपुरी और कुड़ुख गायक रवि कांत भगत ने झारखंड की संस्कृति को लेकर एक अलग रिकॉर्ड बनाया है. उनके द्वारा तीन कुड़ुख सरना भजन रिलीज किया गया है. यह अभी तक के सबसे लंबे गीत हैं. गीतों में चाला टोंका बरदम, धरम गही बिल्ली और जय धरम शामिल है. इन वीडियो एलबम में लातेहार जिले के उभरते कलाकार रिंकु उराव व राजेंद्र भगत के साथ कई अन्य कलाकारों ने काम किया है. इन एलबम में गीतों की लंबाई 12 से 15 मिनट तक है. बताते चलें कि इन दिनों लगातार सरना भजन की शूटिंग लातेहार के डेमू गांव के सरना स्थल में किया जा रहा है. रविकांत भगत ने बताया कि इस एलबम में डेमू गांव के बीरेंद्र उरांव व जयंती उरांव समेत अन्य ग्रामीण शामिल हैं.
इन गीतों के गायक और संगीत निर्देशक रविकांत खुद हैं. डीओपी राहुल महली और पॉल तथा कोरियोग्राफर जितेंद्र भगत व चंद्रमोहन भगत हैं. रविकांत ने बताया कि अभी लगातार आठ सरना भजन रिलीज किये जायेगें. सभी गीतों की लंबाई 15 से 20 मिनट तक है. इन एलबम को रविकांत ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है. इससे पहले भी रविकांत ने कुड़ूख भाष में कई एलबम जारी किये हैं. रविकांत ने कहा कि आज के युवा अपनी आदिवासी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं. वे अपनी संस्कृति और विरासत को बचाये रखने के लिए लगातार कुड़ूख भाषा में गीतों के एलबम जारी कर रहे हैं और इसका अच्छा रिस्पांस भी मिल रहा है. बता दें कि रविकांत को झारखंड रत्न समेंत अन्य कई पुरस्कार मिल चुके हैं.
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