Medininagar: समाहरणालय के सभागार में मंगलवार को सुरक्षित इंटरनेट दिवस विषय पर सेमिनार हुआ. इसमें उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शशि रंजन ने कहा कि आज के वर्तमान दौर में इंटरनेट बेहद ही महत्वपूर्ण विषय हो गया है. इन दिनों बिना इंटरनेट के कई कार्य संभव ही नहीं हैं. ऐसे में इंटरनेट का सुरक्षित और जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग सबके हित में है. कोई भी तकनीक वरदान है या अभिशाप यह उसके उपयोग पर निर्भर करता है. इसी प्रकार इंटरनेट का उपयोग भी यदि सुरक्षित व जिम्मेदारी से किया जाये तो यह आज के समय में बहुत बड़ा वरदान है.
डीसी ने कहा कि कोई भी तकनीक अच्छी या बुरी नहीं होती, बल्कि उसको उपयोग करने के तरीके से उसकी सार्थकता सिद्ध होती है. उन्होंने कहा कि बढ़ते इंटरनेट के उपयोग के साथ ही साइबर फ्रॉड भी उसी रफ्तार से बढ़ रहा है. इस फ्रॉड को जागरूकता के बल से ही रोका जा सकता है. उन्होंने कार्यशाला में मौजूद लोगों को फाइनेंशियल फ्रॉड, लॉटरी स्कैम, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, केवाईसी फ्रॉड समेत अन्य प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचना है इस संदर्भ में जागरुक किया. इसके अलावे उन्होंने अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचने की सलाह दी. साथ ही फ़ोन में पड़े ऐसे एप्प्स जो ज़्यादा इस्तेमाल में नहीं आता उन्हें डिलीट करने की बात कही.
उप विकास आयुक्त शब्बीर अहमद ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सभी के बीच सुरक्षित तरीके से इंटरनेट के उपयोग के बारे में जागरूकता फैलाना है. कहा कि आज इंटरनेट उपयोगिता को देखते हुए उसका सही तरीके से इस्तेमाल बेहद जरूरी है. कार्यशाला में सुरक्षित तरीके से इंटरनेट के उपयोग और साइबर खतरों के बारे में सभी के बीच जागरूकता के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जन-जन को इंटरनेट के सही उपयोग के बारे जागरूक करने की आज बहुत आवश्यकता.
इंटरनेट युग में साइबर हाइजिन को प्रमुखता देना आवश्यक: डीआईओ
कार्यशाला में जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी रणवीर सिंह ने कहा कि जैसे हम सभी अपने स्वास्थ्य को लेकर निजी जीवन में स्वच्छता को प्रमुखता देते हैं. उसी तरह इन्टरनेट कि दुनिया में भी साइबर हमला से बचने के लिए साइबर हाइजिन को प्रमुखता देना आवश्यक है. साइबर हाइजिन का आशय यह है कि सभी लोगों को इन्टरनेट के इस्तेमाल से पूर्व अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल फ़ोन में एंटीवायरस का इस्तेमाल आवश्यक है. उन्होंने इस कार्यशाला में मौजूद जिले के सभी सूचना तकनीक से जुड़े कर्मियों को अपने-अपने कार्यस्थल पर मौजूद सभी लोगों के साथ साथ आम जनता को भी सेफ इन्टरनेट का प्रयोग करने के लिए जागरूक करने की बात कही ताकि इस कार्यशाला आयोजन करने का उद्देश्य सफल हो सके.
उन्होंने बताया कि कभी भी अनजान नम्बरों से आनेवाले फोन कॉल से अपनी निजी जानकारी न तो साझा करें और न ही अनजान नंबर से प्राप्त किसी भी लिंक को अपने मोबाइल या कम्प्यूटर में खोलें. आज के समय में इंटरनेट हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, लेकिन दूसरी ओर ऑनलाइन की दुनिया में साइबर अपराधी से बचने की चुनौतियां भी हैं. इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस दौर में सुरक्षित इंटरनेट दिवस का महत्व काफी बढ़ गया है. कार्यशाला में उपस्थित एनआईसी के नेटवर्क इंजिनियर सुधीर कुमार तिवारी, ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर पंकज कुमार पाण्डेय एवं सीएससी मैनेजर अरविंद कुमार राम ने भी इंटरनेट के सुरक्षित इस्तेमाल के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ साइबर हमलों का सामना करने को लेकर जागरूक किया.
इस दौरान ई कोमर्स, सोशल नेटवर्किंग, पेमेंट्स एवं कम्युनिकेशन, फिशिंग, विशिंग एवं स्मशिंग समेत अन्य विषयों को रेखांकित किया गया. पुलिस निरीक्षक, साइबर थाना, मेदिनीनगर के द्वारा साइबर ठगी होने पर उसका शिकायत दर्ज करने के विभिन्न तरीकों को विस्तार से बताया गया. कार्यशाला में विभिन्न विभागों के जिला स्तर के पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, मीडियाकर्मी, आईटी का कार्य देखने वाले विभिन्न कार्यालय कर्मी समेत अन्य उपस्थित थे.
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