Indonesia : राजधानी जकार्ता में ईंधन डिपो स्टोरेज में शुक्रवार को भीषण आग लगी थी. रविवार सुबह तक इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 19 हो गयी है. अब भी तीन लोग लापता है. बचावकर्ता एवं दमकलकर्मी तीन लोगों की तलाश कर रहे हैं. करीब 35 घायलों का इलाज पांच अस्पतालों में चल रहा है. इनमें से कुछ लोग गंभीर रूप से झुलस गये हैं. इस हादसे के बाद 1,300 से अधिक लोगों को वहां से विस्थापित किया गया है. इस हादसे के बाद प्रशासन ने इंडोनेशिया में ‘सभी ईंधन सुविधाओं और बुनियादी ढांचे’ के ऑडिट का आदेश दिया है. (पढ़ें, J&K : NIA ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बशीर अहमद की संपत्ति कुर्क की)
अत्यधिक दबाव होने के कारण लगी आग
घटना के संबंध में बताया जाता है कि पहले गैसोलीन की तेज गंध आ रही थी. इसकी वजह से कुछ लोगों को उल्टियां भी हुईं. फिर रात करीब आठ बजे भीषण विस्फोट हुआ. जब आग लगी तब एक अन्य रिफाइनरी से आया ईंधन फिर से लोड किया जा रहा था. ‘तकनीकी व्यवधान के कारण अत्यधिक दबाव होने के कारण इंडोनेशिया तेल डिपो में आग लगी. इस हादसे के बाद आग बुझाने के लिए 260 दमकलकर्मियों और 52 दमकल गाड़ियों को तैनात किया गया.बता दें कि सरकारी तेल और गैस कंपनी पर्टामिना द्वारा संचालित ईंधन भंडारण डिपो उत्तरी जकार्ता के तनाह मेराह इलाके में घनी आबादी वाले क्षेत्र के पास स्थित है. यह इंडोनेशिया की ईंधन जरूरतों के 25 प्रतिशत की आपूर्ति करता है.
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2021 में बालोंगन रिफाइनरी में भी लगी थी भीषण आग
मालूम हो कि इससे पहले पश्चिम जावा में बालोंगन रिफाइनरी में साल 2021 में एक भीषण आग लगी थी. यह पर्टामिना के स्वामित्व वाली और इंडोनेशिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी में से एक है. उसी डिपो में साल 2009 में और फिर साल 2014 में आग लगी थ. जब आग आस-पास के 40 घरों में फैल गयी थी. दोनों ही मामलों में कोई हताहत नहीं हुआ था.
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