Ranchi: चमोली हादसे में गोला के 4 मजदूरों की मौत होने का अंदेशा है. सूचना के अनुसार चारों मजदूर हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे. कंपनी चमोली जिले के जोशीमठ के तपोवन में हाइडल पावर का काम कर रही है. वहां के कॉट्रेक्टर विनोद सिंह ने आशंका जतायी है कि इन मजदूरों के हादसे में बचने की संभावना कम है. उन्होंने बताया कि इन मजदूरों के परिजनों को सूचना देकर बुला लिया गया है.
झारखंड के श्रमिकों की संख्या बढ़ कर 16
बुधवार रात तक उनके पहुंचने की उम्मीद है. इस बीच हादसे के बाद लापता हुए झारखंड के श्रमिकों की संख्या बढ़ कर 16 हो गयी है. जिन दो नये लापता श्रमिकों की जानकारी मिली है, वे हजारीबाग जिले के हैं. वहीं लोहरदगा जिले के 9 श्रमिक, रामगढ के 4 श्रमिक और एक श्रमिक बोकारो जिले से लापता है.
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हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी के कॉट्रेक्टर विनोद सिंह ने लगातार न्यूज… को बताया कि रामगढ़ जिला स्थित गोला के चार श्रमिक उनके साथ काम करते थे. घटना के वक्त वे सुरंग में काम कर रहे थे. उनके मलबे में दबे होने की आशंका है. प्रशासन द्वारा अभी भी राहत और बचव कार्य किया जा रहा है.
हादसे में 170 लोगों के लापता होने की सूचना
उतराखंड में चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से हुए हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन दिनरात जारी है. अभी भी 172 से अधिक लोग लापता हैं. 35 शव बरामद किये जा चुके हैं.
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गोला के चार लोग मलबे में दबे होने की संभावना
रामगढ जिला के गोला से जो 4 लोग चमोली गये थे, उनमें कुलदीप कुमार, मदन महतो, जितेंद्र कुमार, मिथलेश महतो शामिल हैं. इनके अलावा लोहरदगा जिला के किस्को थाना क्षेत्र के रविंद्र उरांव, ज्योतिया बाखला, नेमहश बाखला, सुनील बाखला, अनूप बाखला, दीपक उरांव, मजनू बाखला, बिक्की उरांव व प्रेम उरांव भी चमोली हादसे में लापता हैं.