Ranchi: झारखंड के 58 हजार पारा शिक्षकों के मानदेय वृद्धि में अब तक पेंच फंसा हुआ है. उनके मानदेय में 1000 रूपए की बढ़ोतरी फिलहाल अटक गई है और यह बढ़ोतरी वर्तमान वित्तीय वर्ष में मिलने की संभावना कम होती जा रही हैं. हालांकि ईपीएफकी कटौती नवंबर महीने से शुरू हो गई लेकिन बढ़ी हुई मानदेय राशि अभी तक पारा शिक्षकों के खाते में नहीं आई.
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पिछले साल हुई थी मानदेय वृद्धि की घोषणा
स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के तत्कालीन मंत्री बैद्यनाथ राम और पारा शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच अगस्त 2024 के अंतिम सप्ताह में हुई. बैठक में पारा शिक्षकों के मानदेय में 1000 रूपए की बढ़ोतरी और ईपीएफ का लाभ देने पर सहमति बनी थी.
फैक्ट फाइल
• अगर मानदेय में 1000 रूपए की बढ़ोतरी होती है तो सरकार पर हर महीने 5.80 करोड़ रूपए का अतिरिक्त बोझ आएगा.
• अगर सरकार सितंबर से लेकर दिसंबर तक एरियर देती है तो 23.20 करोड़ रूपए का अतिरिक्त खर्च होगा.
• ईपीएफ की कटौती नवंबर महीने से शुरू हो गई.
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