Dhanbad : आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि पुरातन व नूतन को साथ लेकर चलना ही सनातन है. चिंता नहीं, साधना करें और अपनी सारी चिंताएं गुरु को समर्पित कर दें. वह सब कुछ ठीक कर देंगे. गुरुवार को धनबाद पहुंचे श्री श्री रविशंकर बाघमारा के चिटाही धाम में थे. वह यहां रामराज मंदिर के वार्षिकोत्सव में लोगों को संबोधित कर रहे थे. कहा कि खुद प्रसन्न रहें और ज्यादा समय साधना व सेवा में व्यतीत करें. महाकुंभ की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार का महाकुंभ विविधता में एकता की मिसाल है. यह पूरी दुनिया को यही संदेश दे रहा है. यह विविधता में एकता की मिसाल है.
चिटाही धाम में रामराज मंदिर के स्थापना दिवस पर चल रहे महायज्ञ को उन्होंने कुंभ की संज्ञा दी. कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों से लोग यहां आ रहे हैं और इस पावन कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. धनबाद दौरे के क्रम में श्री श्री रविशंकर ने संस्कार ज्ञानपीठ, हरिणा भी गए और अपने अनुयायियों से मिलकर उन्हें आशीर्वाद दिया.
यह भी पढ़ें : SPMU दीक्षांत समारोह : मजदूर और सब्जी विक्रेता का बेटा-बेटी बने गोल्ड मेडलिस्ट
हर खबर के लिए हमें फॉलो करें
Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q
Twitter (X): https://x.com/lagatarIN
google news: https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3