Ranchi: झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं. भाजपा द्वारा विधायक दल का नेता नहीं चुने जाने के कारण मुख्य सूचना आयुक्त समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति नहीं हो पा रही है. वहीं 24 फरवरी से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू होने वाला है.
इसे भी पढ़ें –बाबूलाल ने दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता को बधाई दी
दावेदारों की लंबी कतार
सीपी सिंह और बाबूलाल मरांडी के नाम सबसे आगे हैं. सीपी सिंह को विधायक निधि अनुश्रवण समिति का सभापति मनोनीत किया जा चुका है, जबकि बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया जा सकता है. अन्य दावेदारों में कोडरमा विधायक नीरा यादव का नाम भी शामिल है.
विधायक दल के नेता का चयन
विधायक दल के नेता का चयन प्रदेश अध्यक्ष को ध्यान में रख कर ही किया जाएगा. दोनों महत्वपूर्ण पदों पर चयन के पहले राजनीतिक स्थिति व सामाजिक समीकरण का भी ध्यान रखा जाना है. भाजपा अब ओबीसी व जनरल वर्ग पर अधिक फोकस करने की तैयारी में है.
सर्वदलीय बैठक में क्या होगा?
विधानसभा के बजट के सफल संचालन को लेकर स्पीकर रविंद्र नाथ महतो 21 फरवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे. अब यह देखना होगा कि भाजपा की ओर से स्पीकर किसको बैठक के लिए आमंत्रित करते हैं.
इसे भी पढ़ें –JAC बोर्ड : 10वीं की साइंस परीक्षा का पेपर लीक, रद्द हो सकती है परीक्षा