Ranchi: विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन राजसिन्हा ने धनबाद में पेयजलापूर्ति का मुद्दा सदन में उठाया. कहा कि धनबाद में शुद्ध के लिए 917.69 करोड़ की तीन महत्त्वपूर्ण योजनाएं हैं. जो पिछले पांच-छह साल पहले ही शुरू हुई थी, लेकिन अब तक पूरी नहीं हो पाई है. इन योजनाओं में कहीं विभागों से एनओसी प्राप्त न हो पाना, पाईप लाइन बिछाने के कार्य धीमा होना और विभागीय शिथिलता व विभाग तथा संवेदकों के मिलीभगत से बार-बार योजनाओं के रि-इस्टीमेट के कारण सिर्फ 60 फीसदी ही योजनाएं पूरी हो पाई हैं. राज सिन्हा ने यह भी पूछा कि पांच साल तक बगैर एनओसी के योजना कैसे शुरू हो गयी. इस योजना के पूरा होने में और कितने साल लगेंगे.
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फेज वन एनओसी मिलने के बाद एक साल में पूरा हो जाएगाः योगेंद्र
प्रभारी मंत्री योगेंद्र प्रताप ने राज सिन्हा के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि फेज वन एनओसी मिलने के बाद एक साल में पूरा कर लिया जाएगा. फेज टू एनओसी मिलने के बाद 15 महीने में पूरा होगा. वहीं झामडा की योजना तीन महीने में पूरी कर ली जाएगी.
इसपर रागिनी सिंह ने भी कहा कि झरिया में पानी की समस्या है. नगर आयुक्त का भी रवैया ठीक नहीं है.
मंत्री योगेंद्र प्रताप ने कहा कि एनएचएआइ और रेलवे से एनओसी लेने का प्रयास हो रहा है. पत्राचार पर पत्राचार हो रहा है, लेकिन केंद्र नहीं सुन रहा है. इस पर स्पीकर ने कहा कि जब डीपीआर बन रहा था, तब रेलवे और एनएचएआइ से एनओसी लेना चाहिए था, इसके लिए उसी समय तत्पर रहना चाहिए था.
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