Lagatar Desk : पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद देशभर में गम और गुस्सा का माहौल है. मीडिया में अलग तरह के युद्ध का वातावरण तैयार किया जा रहा है. इंटरनेट पर फर्जी खबरों की बाढ़ है. एनआइए ने मामले की जांच शुरु कर दी है. इस बीच हम इस खबर में आपको यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि देश के बड़े नेताओं ने पहलगाम घटना पर अब तक क्या-क्या कहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी:
•पीएम मोदी ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की और इसे “भारत की आत्मा पर हमला” बताया. उन्होंने कहा कि “भारत आतंकवादियों और उनके समर्थकों को दुनिया के किसी भी कोने में खोजकर सजा देगा.” उन्होंने देश की एकता और संकल्प को दोहराते हुए कहा कि दोषियों को कड़ा जवाब दिया जाएगा.
•मधुबनी में एक भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि, “22 अप्रैल को पहलगाम में मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा गया, उससे पूरा देश दुखी है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमारा दुख और आक्रोश एक जैसा है. ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं, भारत की आस्था पर हमला है.”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह:
•अमित शाह ने 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक में सुरक्षा चूक स्वीकार की थी, लेकिन 28 अप्रैल को उनके विशिष्ट बयान की जानकारी स्रोतों में नहीं मिली. हालांकि उन्होंने पहले कहा था, “अगर कुछ भी गलत नहीं हुआ होता, तो हम यहां क्यों बैठे होते?” यह दर्शाता है कि सरकार ने हमले में खामी मानी थी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह:
•राजनाथ सिंह ने 24 अप्रैल को कहा था, “भारत को ऐसी आतंकी गतिविधियों से डराया नहीं जा सकता. आतंकियों को ऐसा जवाब मिलेगा कि दुनिया देखेगी.” 28 अप्रैल को उनके नए बयान की जानकारी नहीं है. लेकिन उनकी अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक का प्रभाव 28 अप्रैल तक चर्चा में रहा.
कांग्रेस नेताओं (राहुल गांधी और अन्य):
•राहुल गांधी ने 28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की. उन्होंने श्रीनगर में कहा कि, “सभी दलों ने एकजुटता दिखाई है.”
•कांग्रेस नेताओं ने कहा कि “पहलगाम हमले को लेकर हम सरकार के फैसलों में साथ हैं.” हालांकि कुछ नेताओं ने टिप्पणी की, “अगर आज इंदिरा गांधी होतीं, तो पाकिस्तान को उचित जवाब देतीं.”
अन्य नेताओं:
•अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी): 26 अप्रैल को उन्होंने कहा कि “युद्ध कोई समाधान नहीं है, BJP इसे राजनीति से न जोड़े.” 28 अप्रैल को उनके नए बयान की जानकारी नहीं है.
•असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM): 28 अप्रैल को उनके विशिष्ट बयान की जानकारी नहीं है, लेकिन 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक के बाद उनकी टिप्पणी की चर्चा थी.
•बीजेपी नेता प्रेम शुक्ला: 27 अप्रैल को उन्होंने कहा कि “22 अप्रैल को पहलगाम में हुई आतंकी वारदात ने देश के हर नागरिक को दुख पहुंचाया. पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा, न्याय मिलकर रहेगा.”