Sonia Jasmin
Ranchi: सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम के डेट की घोषणा हो चुकी है. अब झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से भी जल्द ही मॉडल प्रश्न जारी कर दिया जायेगा. ज्यादातर स्कूलों में प्री बोर्ड एग्जाम के डेट निकाल दिये गये हैं. स्टूडेंट्स अपनी एक्जाम की तैयारी में जुट गये हैं. वहीं घरों में डेली रूटीन बदले जा रहे हैं. बच्चों के साथ-साथ पैरेंट्स भी एग्जाम की तैयारी में लगे हुए हैं.
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30 फीसदी कम कर दिया गया है सिलेबस
स्डूडेंट्स का टीवी, मोबाइल और कंप्यूटर में गेम खेलना और टाइम पास करना बंद हो गया है. वहीं अभिभावक भी बच्चों को पढ़ाने से लेकर सवाल को हल करने में और खाने-पीने पर खास ध्यान दे रहे हैं. बच्चों पर पढ़ाई का बोझ कम करने के लिए सीबीएसई सहित कई बोर्ड के सिलेबस 30 फीसदी कम कर दिये गये है. ऐसे में स्टूडेंट्स के बोर्ड परीक्षा की तैयारी पूरे जोरों पर है.
आइये जानें क्या कहते हैं स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स
10वीं CBSE की स्टूडेंट, सौम्या कहती है कि इस बार बोर्ड एग्जाम देने वाली हैं. उनके मन में सवाल है कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे की जाये कि रिजल्ट में अच्छे मार्क्स आ सके. वह कहती है कि मम्मी पढ़ाने में बहुत मदद करती हैं.
सौम्या की मम्मी कहती है कि इस बार ऑनलाइन पढ़ाई से बोर्ड एग्जाम की तैयारी करवाई जा रही है. ऑनलाइन पढ़ाई होने के वजह से इस बार कहना मुश्किल है कि रिजल्ट कैसा होगा. स्टूडेंट्स के तरफ से एग्जाम की पूरी तैयारियां हो रही है. सौम्या की मां उसके खाने-पीने का पूरा ख्याल रख रही हैं. साथ ही वह नोट्स बनाने में भी सौम्या की मदद करती हैं. सौम्या की मां ने बताया कि घर पर टीवी बंद रहता है और सौम्या मोबाइल का भी काफी कम उपयोग करती है.
12वीं CBSE की स्टूडेट्, इशिका बताती हैं कि कोरोना महामारी के वजह से बहुत कुछ बदल गया है. नॉर्मल लाइफ स्टाइल के साथ-साथ एजुकेशन में भी बहुत बदलाव आया है. पढ़ाई के तरीके से लेकर एग्जाम पैटर्न तक सभी चीजों में बदलाव आया हैं. ऑफलाइन क्लासेज तो जैसे गुम सी हो गयी और हर तरफ ऑनलाइन क्लासेस की ट्रेंड चल पड़ी. छोटे से लेकर बड़े तक, स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी तक हर क्लास के स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई के लिए इंटरनेट पर आश्रित हो गये हैं. ऐसे में अचानक से ऑफलाइन एग्जाम का होना, परीक्षाओं में बैठने से पहले घबराहट नेचुरल है.
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स्ट्रेस लेकर पढ़ाई करने से कोई फायदा नहीं
रातू की रिद्दी दुबे 10वीं (CBSE) के बच्चों को ट्यूशन पढाती हैं. वे अपनी स्टूडेट्स को मैथ्स के सारे सिलेब्स पूरा करा कर रिवीजन करा रही हैं. मैथ्स की खास तैयारी करवाती हैं, जिससे मैथ्स में अच्छा स्कोर किया जा सकता है. वे कहती हैं कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी करना आपके हाथ में है. जो होगा उसे समय के अनुसार हैंडल किया जायेगा. वर्त्तमान में स्ट्रेस लेकर पढ़ाई का शेड्यूल खराब करने से कोई फायदा नहीं है. इतना तो तय है कि परीक्षा कभी भी हो, ऑनलाइन या ऑफलाइन कैसे भी हो, आपकी विषय की तैयारी पक्की होनी चाहिए. इसलिए जो भी कंडीशन है उसे एक्सेप्ट कर लें और आगे बढ़ जायें.
लगभग सभी कोचिंग, संस्थानों और स्कूलों में नवंबर-दिसंबर के आसपास प्री-बोर्ड परीक्षाओं का पहला सेट हो जाया करता था. लेकिन इस वर्ष ऐसा कुछ नहीं हुआ है. इस वर्ष भी कोविड -19 का असर हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है.
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