LagatarDesk : अमेरिका के भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू हैं. संधू 1988 बैच के आईएफएस अफसर थे. साथ ही श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त भी थे. संधू जुलाई 2013 से जनवरी 2017 तक वॉशिंगटन डीसी में भारत के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.
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21 यूनिकॉर्न कंपनियां क्लब में हैं शामिल
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है. साथ ही भारत में 73.2 अरब अमेरिकी डॉलर के 21 यूनिकॉर्न हैं. इससे पहले भारत का स्थान चौथे नंबर पर था. अमेरिका, चीन और ब्रिटेन क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर थे.
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यूनिकॉर्न कंपनी किसे कहा जाता है
यूनिकॉर्न ऐसी स्टार्टअप कंपनियों को कहा जाता है, जिनका मूल्यांकन एक अरब डॉलर या उससे अधिक होता है. इसके साथ ही यूनिकॉर्न उन स्टार्टअप कंपनियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो किसी भी देश के शेयर बाजार में लिस्टेड नहीं हैं.
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2022 तक 50 कंपनियां हो सकती हैं क्लब में शामिल
संधू ने कहा कि 2022 तक 50 से अधिक स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो सकते हैं. संधू ने कहा कि भारत में इंटरप्रेन्योरशिप की संख्या तेजी से बढ़ रही है. भारत 2020 में शीर्ष 50 इनोवेटिव अर्थव्यवस्थाओं में एक था. आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है. हमारे देश में 73.2 अरब अमेरिकी डॉलर वैल्यू के 21 यूनिकॉर्न हैं.]
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राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2020 में बोले राजदूत
संधू का ये भी अनुमान है कि 2022 तक 50 से अधिक स्टार्टअप कंपनियां इसमें शामिल हो सकती है. संधू ने ये सारी बातें एक भारतीय राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2020 के एक कार्यक्रम के संबोधन में कही थीं. इस कार्यक्रम का को-स्पांसर भारतीय दूतावास था.
कार्यक्रम का आयोजन उद्योग, आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) और अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच के सहयोग से किया गया था. संधू ने कहा कि एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय स्टार्टअप ने इस साल दिसंबर के मध्य तक 9.3 अरब अमरीकी डॉलर जुटाये हैं.
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टैलेंट के कारण भारत के इकोसिस्टम में बूस्ट
संधू ने कहा कि भारत की आईटी कंपनियों में बढ़ोतरी हुई है. टैलेंट के कारण भारत का इकोसिस्टम लगातार. तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना के कारण भारत में स्मार्टफोन का यूज काफी बढ़ा है. जिसके कारण इंटरनेट एक्सिस में भी काफी वृद्धि हुई है. इसके साथ ही डिजिटल फाइनेंस के बढ़ते प्रयोग से भी भारत को काफी रफ्तार में मिली है. सरकार की तरफ से स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी पहल के जरिये इसे काफी बूस्ट मिल रहा है.
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