Ranchi : आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि देश की खातिर फांसी के फंदे को चूम लेने वाले शेख भिखारी और टिकैत उमरांव सिंह इतिहास के पन्नों में हमेशा जिंदा रहेंगे. आठ जनवरी को शहादत दिवस पर चुटूपालू घाटी स्थित ऐतिहासिक शहीद स्थल पहुंचे आजसू प्रमुख ने आजादी के इन परवानों की तस्वीरों पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये. उन्होंने कहा कि शेख भिखारी और टिकैत उमरांव सिंह ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आंदोलन का जो बिगुल फूंका, उसे भुलाया नहीं जा सकता.
देश ऋणी है उन क्रांतिवीरों का, जिन्होंने देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. कहा कि युवाओं को वीर शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लेकर राज्य और देश के निर्माण में योगदान देना चाहिए.
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सुदेश ने खटंगा में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शहीदों को हम कितना भी बड़ा सम्मान दें, लेकिन उनकी शहादत के सामने हर सम्मान छोटा है. शहीदों की शहादत अतुल्य है. यह हमारी और आपकी जिम्मेवारी है कि हम उनके संघर्ष, आदर्श और बलिदान को व्यर्थ न जाने दे.चुटूपालू घाटी में श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद सुदेश कुमार महतो टिकैत उमरांव सिंह के पैतृक गांव खटंगा जाकर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया.
श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, केंद्रीय महासचिव रौशनलाल चैधरी, राजेंद्र मेहता, उपाध्यक्ष हसन अंसारी, रांची जिलाध्यक्ष संजय महतो, रामगढ़ जिलाध्यक्ष विजय साहु, जिप अध्यक्ष ब्रह्मदेव महतो, नगर परिषद अध्यक्ष युगेश बेदिया, जिप उपाध्यक्ष पार्वती देवी, जिला सचिव सह नगर परिषद उपाध्यक्ष मनोज कुमार महतो,जिप सदस्य सरिता देवी, रामधन बेदिया, भरत काशी, रामजीत गंझू, ज्ञान सिन्हा, रौशन मुण्डा, अभिषेक राज हेरेंज, सूरज मिश्रा, दिगम्बर महतो, मीना देवी, अमित यादव, सुशांत झा, तरूण इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे.
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