DHANBAD: जिला प्रशासन ने आम लोगों की शिकायतों को जल्दी और पारदर्शी तरीके से हल करने की पहल की है. इसके लिए बनाया गया ई-समाधान पोर्टल काफी सफल रहा है और लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाकर काफी खुश और संतुष्ट हैं. इसकी सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उपायुक्त उमाशंकर सिंह के निर्देश पर डीएमएफटी-पीएमयू टीम द्वारा विकसित ई-समाधान पोर्टल पर समस्याओं के समाधान की दर 81.15 प्रतिशत है.
डीसी ने पेश किया रिपोर्ट कार्ड
ई-समाधान का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उपायुक्त ने कहा कि विगत 10 नवंबर 2020 को इसकी शुरुआत की गयी थी. 10 नवंबर 2020 से 10 जनवरी 2021 तक कुल 1788 शिकायतें दर्ज की गयीं, जिसमें 1451 (81.15 प्रतिशत) शिकायतों का निष्पादन कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि आम जनों की सुविधा के लिए इसमें नया होमपेज विकसित किया गया है. इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति बिना लॉगइन किये शिकायतों के निबटारे की रियल टाइम स्थिति को देख सकता है.
पोर्टल में दर्ज होने वाली शिकायतों की समीक्षा उपायुक्त हर 15 दिन पर वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से करते हैं. उपायुक्त के अधीन एक स्पेशल टीम है. यह टीम हर शिकायत के समाधान के लिए समय सीमा और प्राथमिकता तय करती है. शिकायत की गंभीरता के आधार पर विस्तार से चर्चा के लिए शिकायतकर्ता को सीधे जनता दरबार में बुलाया भी जाता है.
बेहतरीन प्रदर्शन के लिए डीएसओ सम्मानित
शिकायतों के समाधान में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उपायुक्त ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी भोगेंद्र ठाकुर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. उपायुक्त ने कहा कि इस पोर्टल पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पता चल जाता है कि कौन अधिकारी कितनी देर के लिए एवं कितने दिनों तक पोर्टल पर लगातार सक्रिय रहे हैं.
उपायुक्त ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए सभी स्तरों पर सार्वजनिक शिकायत निवारण प्रणाली या जनता दरबार पर रोक लगायी गयी थी. अधिकारियों को भी मैनुअल शिकायतों के निवारण एवं ट्रैकिंग में परेशानी होती थी. नागरिकों के लिए भी शिकायतों के संबंध में की गयी कार्रवाई को जान पाना मुश्किल होता था. इन्हीं सब के मद्देनजर ई-समाधान पोर्टल को विकसित किया गया है.
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