Lagatar Desk : रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी और बार्क (ब्रॉडकास्ट ऑडियन्स रिसर्च काउंसिल) के पूर्व सीईओ पार्थो दास गुप्ता का लीक वाट्सएप चैट बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. चैट के जो स्क्रीन शॉट लीक हुए हैं, वे सिर्फ चैनल की टीआरपी बढ़ाने के बारे में खुलासा नहीं कर रहे. ये चैट सत्ता में अर्नब की दलाली के साथ-साथ देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने तक से जुड़े हैं.
आप इन चार तारीखों पर गौर करें-
14 फरवरी 2019- पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला. 40 जवान मारे गये.
14 व 19 फरवरी 2019- अर्नव गोस्वामी इसी दिन चैट करता है, जो लीक हो चुका है.
26 फरवरी 2019- भारतीय एयरफोर्स ने बालाकोट में एयर स्ट्राईक किया.
11 अप्रैल- 30 मई – लोकसभा चुनाव संपन्न हुए…
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पुलवामा अटैक से पहले थी बहुत सारी जानकारियां
लीक हुए दो स्क्रीन शॉट से यह पता चलता है कि अर्नब गोस्वामी को पहले से पता था कि कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है. चैट से यह समझ बनती है कि पुलवामा अटैक के तुरंत बाद अर्नब के टीवी चैनल की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई थी. अर्नब के पास बालाकोट एयर स्ट्राईक की जानकारी 4 दिन पहले से थी. पास बहुत सारी जानकारियां थीं. पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गयी एयर स्ट्राईक की योजना को लेकर भी में भी अर्नब गोस्वामी को पहले से डिटेल में जानकारी थी. इन सूचनाओं का इस्तेमाल वह अपने चैनल की टीम को सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचाने के लिए किया करता था. चैट में अर्नब गोस्वामी बालाकोट में भारतीय सेना द्वारा किये गये एयर स्ट्राइक की जानकारी होने का भी दावा कर रहा है. एक अन्य चैट में अर्नव कह रहा है कि चुनाव में अब हमारी जीत पक्की है.
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क्या सेना की खुफिया जानकारी भी सरकार अर्नब को देती है ?
ऐसे में अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार सेना की खुफिया जानकारी भी अर्नब गोस्वामी के साथ साझा करती रही है. आखिरकार अर्नब को पुलवामा हमला, पाकिस्तान में एयर स्ट्राईक आदि की जानकारी पहले से कैसे थी.और सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब भारत सरकार की एजेंसियों को पहले से पता था, तो पुलवामा हमले को रोका क्यों नहीं गया. यहां गौर करने वाली बात है कि पुलवामा अटैक ठीक लोकसभा चुनाव से पहले हुआ था. जिसके बाद मोदी के पक्ष में देश भर में माहौल बना था.
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