Adityapur : आदित्यपुर में टोल ब्रिज कंपनी एटीबीसीएल स्वर्णरेखा नदी के तट का अतिक्रमण किया है. कंपनी ने निर्धारित स्थान से नौ मीटर हटकर पुल निर्माण किया है. टोल ब्रिज का निर्माण नदी की मुख्य धारा वाले स्थान से हटकर किया गया है. इस कारण आदित्यपुर की ओर नदी का कटाव हो रहा है. इस संबंध में स्वर्णरेखा मल्टीपर्पस परियोजना (एसएमपी) के ईचा गालूडीह कॉम्प्लेक्स के खरकई नहर प्रमंडल आदित्यपुर के कार्यपालक अभियंता (ईई) कुमार अरविंद ने एटीबीसीएल के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा है. पत्र में अतिक्रमण को लेकर आवश्यक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश भी दिया है. खरकई नहर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने पत्र जारी कर बताया है कि सरकार और एटीबीसीएल कंपनी के बीच एकरारनामा के तहत टोल ब्रिज का निर्माण कराया गया है. कार्यपालक अभियंता ने ब्रिज बनने के पूर्व का हाइड्रोलॉजी का क्लियरेंस अनुमोदन रिपोर्ट भी मांगी है.
टोल ब्रिज एक्सिस पर पानी का रास्ता हो रहा बाधित
पत्र के माध्यम से एटीबीसीएल कंपनी को बताया गया है कि अगर टोल ब्रिज बनने के दौरान कंपनी द्वारा हाइड्रोलॉजी क्लियरेंस प्राप्त नहीं किया गया है तो बताया जाए कि हाइड्रोलॉजी का क्लियरेंस का अनुमोदन है या नहीं. क्योंकि स्थल निरीक्षण में टोल ब्रिज एक्सिस पर पानी का रास्ता बाधित होता दिख रहा है. इसके लिए जल संसाधन विभाग हाइड्रोलॉजी की जांच कराने को स्वतंत्र होगी और इसमें कंपनी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
जुस्को को भी अपना प्रोजेक्ट बंद करना पड़ा
ये सभी मामले तब से हाइलाइट्स हो रहे हैं जबसे टोल ब्रिज के कदमा छोर पर जुस्को द्वारा नदी के तट को अतिक्रमण कर वहां पार्क बनाने और उसमें पौधरोपण करने का प्रयास किया गया था. इस मामले में भी खरकई नहर प्रमंडल ने कार्रवाई की थी. तब जुस्को को अपना प्रोजेक्ट स्थगित करना पड़ा. अब टोल ब्रिज कंपनी अतिक्रमण कर रही है. उससे जल प्रवाह बाधित हो रही है. इसलिए कार्यपालक अभियंता कुमार अरविंद ने कंपनी को पत्र लिखकर हाइड्रोलॉजी क्लियरेंस रिपोर्ट मांगी है.
नदी के अतिक्रमण से आदित्यपुर की ओर हो रहा कटाव, खतरा बढ़ा
एसएमपी के कार्यपालक अभियंता ने कुमार अरविंद ने कहा कि खरकई नदी के तट का अतिक्रमण करने से नदी का स्वरूप बदल गया है. हर वर्ष बारिश के मौसम में या नदी में पानी बढ़ने पर आदित्यपुर की ओर कटाव हो रहा है. यह आदित्यपुर और यहां रहने वालों के लिए काफी खतरनाक है. इससे हर वर्ष बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है.
नदी की मुख्य धारा वाली जगह से हटकर पुल निर्माण किया गया
कार्यपालक अभियंता कुमार अरविंद ने कहा कि जिस जगह पर जुस्को पौधरोपण कर रहा था, वही जगह करीब 25-30 मीटर अतिक्रमित है. हमें संदेह है कि नौ मीटर नदी की मुख्य धारा वाले जगह से हटकर पुल का निर्माण किया गया है. यही कारण है कि आदित्यपुर की ओर नदी का कटाव हो रहा है. यह बहुत ही खतरनाक है. गुरुवार की दोपहर एटीबीसीएल के अधिकारी का जवाब भी मिल गया है, जिसमें उन्होंने ब्रिज के हाइड्रोलॉजी क्लियरेंस संबंधी कोई कागजात नहीं होने और विभाग को अपने स्तर से इसकी जांच कराने को कहा है.