Khunti: खूंटी तमाड़ रोड किनारे स्थित डोंबारी बुरू पहाड़ी में रविवार को शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी गयी. इस कार्यक्रम में सांसद सह केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और विधायक निलकंठ मुंडा शामिल हुए. उन्होंने बिरसा मुंडा को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम में कोरोना गाइडलाइन का पालन किया गया. बता दें कि डोंबारी बुरू का ऐतिहासिक महत्व है. खूंटी जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर खूंटी तमाड़ रोड किनारे स्थित डोंबारी बुरू पहाड़ी में 9 जनवरी 1899 में बिरसा मुंडा अपने हजारों अनुयायियों के साथ अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान के लिये बैठक कर रहे थे.
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बिरसा मुंडा बच निकले
अंग्रेजों ने तब चारों तरफ से घेर लिया और अंधाधुंध गोलियां चलाकर सभी को भुन दिया. बिरसा मुंडा और उनके साथियों ने काफी संघर्ष किया और किसी तरह से बच निकले. लेकिन सैकड़ों निर्दोष लोग शहीद हो गये. यह घटना जलियांवाला बाग की घटना 13 मई 1919 से पहले की है. उन शहीदों की याद में इस स्थल पर 110 फीट का स्तंभ बनाया गया है. जहां हर साल 9 जनवरी को उन शहीदों की याद में मेला लगता है. राजनेता माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि तो देते ही हैं साथ ही खूंटी, चाईबासा और चक्रधरपुर सहित पूरे झारखंड से बिरसाईत बिरसा मुंडा को अपनी परंपरा से श्रद्धांजलि देने पहुंचते हैं.
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