Virendra Rawat
Ranchi : झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा 24 मार्च से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तिथि की घोषणा कर दी हैं. परीक्षा दो पारियों में होगी. मैट्रिक की परीक्षा पहली पाली में और इंटर की परीक्षा दूसरी पाली में होगी. मैट्रिक परीक्षा में चार लाख और इंटर की परीक्षा में 3 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा परीक्षा केंद्रों के चयन पर मंथन जारी है. जैक अध्यक्ष अनिल कुमार महतो ने बताया कि इस वर्ष कोविड-19 गाइड लाइन के तहत मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं ली जायेंगी. पिछली बार की तुलना में इस बार परीक्षा केंद्र लगभग दोगुने होंगे. साथ ही परीक्षा में शामिल होने के लिए एडमिट कार्ड के साथ बच्चों को मास्क लाना अनिवार्य होगा.
परीक्षा देना काफी कठिन साबित हो सकता है
कोरोना के बीच इस बार विद्यार्थियों के लिए परीक्षा देना काफी कठिन साबित हो सकता है. इसका मुख्य कारण यह है कि 4 फरवरी को राज्य भर में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं खुली हैं. और 24 मार्च को 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तिथि निर्धारित की गई है. ऐसे में विद्यार्थियों के बीच मैट्रिक और इंटर में बेहतर रिजल्ट कर पाना चिंता का विषय बना हुआ है. कैसे मैट्रिक और इंटर में बेहतर रिजल्ट किया जाए, इसे लेकर हमने एक्सपर्ट की राय ली है. एक्सपर्ट क्या कहते हैं पढ़िये रिपोर्ट–
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करें – सकलदीप भगत
शिक्षाविद सकलदीप भगत ने बताया कि इस बोर्ड परीक्षा की तैयारी करते समय, सभी विषयों के पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है. पिछले साल के पेपर और झारखंड बोर्ड के मॉडल पेपर तैयारी के लिए सबसे अच्छे स्रोत हैं. पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करने से छात्रों को यह पता चल जाएगा कि किस अध्याय से सबसे अधिक प्रश्न पूछे जाते हैं औऱ प्रत्येक वर्ष किस अवधारणा से प्रश्न पूछे जाते हैं. यह भी समझें कि इस परीक्षा के लिए किस विषय का कौन सा अध्याय सबसे महत्वपूर्ण है.
तैयारी का करें आकलन- दीपा चौधरी
शिक्षाविद दीपा चौधरी ने कहा कि झारखंड बोर्ड कक्षा 10 और 12 की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र या मॉडल पेपर को हल करते समय प्रदर्शन का विश्लेषण करना बहुत महत्वपूर्ण है. इन पेपरों को हल करते समय इस बात पर ध्यान दें कि कौन से विषय को आपने कम या ज्यादा समय देना है. इससे आपको यह भी पता चल जाएगा कि आपको किस विषय पर कितना समय देना है. छात्रों के लिए अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें आपकी कमी के बारे में पता चल जाएगा.
रिवीजन है जरूरी- दिव्या सिंह
शिक्षाविद और बालकृष्ण उच्च विद्यालय की प्राचार्य दिव्या सिंह ने बताया कि पूरा सिलेबस पढ़ने का समय नहीं है. इस समय छात्रों को रिवीजन पर ध्यान देना चाहिए. छात्रों ने अब तक जो पढ़ा है, उसे दो-तीन बार दोबारा पढ़ें और अवधारणाओं को पूरी तरह समझें. कोई कसर न छोड़ें और याद रखें कि झारखंड बोर्ड परीक्षा में हर विषय और अध्याय आपको अच्छे अंक लाने में मदद करेगा. बोर्ड के प्रश्नपत्रों की तैयारी के लिए प्रमुख रणनीतियों में से एक यह है कि आपको यह समझना चाहिए कि प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए अलग-अलग तरीकों की आवश्यकता होती है. साथ ही, छात्रों को टेबल, फॉर्मूले और शॉर्ट ट्रिक्स के अलग-अलग नोट्स रखने की सलाह दी जाती है.
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