Giridih : जिले के जमुआ प्रखंड मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर दूर प्रतापपुर अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय छात्रावास का निर्माण कार्य 17 वर्ष बाद भी पूरा नहीं हो सका है. इस विद्यालय में छात्रावास भवन का शिलान्यास वर्ष 2004 में किया गया था. शिलान्यास के बाद भवन निर्माण कार्य शुरू किया गया लेकिन आज तक उसे पूरा नहीं किया गया. छत की ढ़लाई होने के बाद आगे का काम नहीं हो सका है. 32 लाख की लागत से बनने वाला छात्रावास ध्वस्त होने के कगार पर है.
छात्रावास निर्माण की योजना कल्याण विभाग की
छात्रावास निर्माण की योजना कल्याण विभाग की थी. निर्माण कार्य की जिम्मेवारी कनीय अभियंता महेश कुमार को दी गई थी. दो मंजिला भवन की ढ़लाई कर दी गई, लेकिन प्लास्टर, दरवाजा, खिड़की, फर्श का काम नहीं किया गया. भवन का प्लास्टर नहीं होने से धीरे-धीरे यह जर्जर होता जा रहा है. कई छज्जा टूटने भी लगा है.
इस संबंध में जमुआ के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि यह योजना उनके कार्यकाल के पूर्व की है. प्रखंड कार्यालय में एससी छात्रावास से जुड़ा कोई दस्तावेज भी नहीं है. इस अधूरे योजना की जानकारी जिला कार्यालय को दी जाएगी. जमुआ के बीजेपी विधायक केदार हाजरा ने बताया कि एससी छात्रावास भवन का निर्माण कल्याण विभाग कर रहा था. शिलान्यास के कुछ महीने बाद संवेदक सह कनीय अभियंता महेश कुमार का तबादला हो गया. आनन-फानन में दो मंजिला भवन के छत की ढ़लाई कर वे यहां से चले गए. अधूरा काम पूरा करने के लिए जिला कल्याण पदाधिकारी से बातचीत की जाएगी.
यह भी पढें : गिरिडीह : अज्ञात वाहन की चपेट में आने से महिला की मौत, एक घायल
Leave a Reply