Koderma: पांच साल पहले अपनों से बिछड़े तरन्नुम खातून रविवार को आखिर में अपनों के बीच पहुंच गयी. एनजीओ और पुलिस के सहयोग से तरन्नुम अपने परिवार से मिल गयी. जानकारी के अनुसार 5 साल पहले जिस समय वह घर से निकली थी उस वक्त वह मानसिक रूप से अस्वस्थ थी. भटकते हुए को कोडरमा पहुंच गयी थी. साल 2017 में एनजीओ जीवोदया ने इसे होली फैमली हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया था. हॉस्पिटल में इलाज चलता रहा. पांच साल बाद दिमागी हालत ठीक होने पर तरन्नुम ने अपने परिजनों के बारे में बताया.
इसे भी पढ़ें- फिल्म स्प्रिंग थंडर का हुआ प्रमोशन, बोले प्रोड्यूसर – मूवी घर-घर पहुंचाना सबकी जिम्मेवारी
इस पर सिस्टर ने सखी वन स्टॉप सेंटर से संपर्क किया. फिर सेंटर ने पहल की. तरन्नुम खातून के बताए पते पर सेंटर की सदस्य एवं कोडरमा महिला थाना प्रभारी प्रियंका कुमारी के प्रयास से संबंधित थाना में संपर्क किया गया. नोडल पदाधिकारी अर्चना ज्वाला व सेंटर की पैनल लॉयर अधिवक्ता ऋतम कुमारी के सहयोग से महिला थाना प्रभारी ने तरन्नुम के द्वारा बताए गए थाने में संपर्क किया. फिर लोकल थाने से पता कर उनके परिजनों तक पहुंच गये. तब आज होली फैमिली आकर परिजन आवेदन देकर अपने घर ले गए. तरन्नुम अपने परिवार से मिलकर बेहद खुश नजर आ रही थी. साथ ही उनके परिजन भी काफी खुश नजर आ रहे थे. उन्होंने वन स्टॉप सेंटर के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया.
इसे भी पढ़ें- बस्ती की रैली में मोदी का विपक्ष पर हमला, कहा, परिवारभक्ति और राष्ट्रभक्ति में अंतर, परिवारवादियों से देश का भला नहीं
![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/neta.jpg)
![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/sarla.jpg)
Leave a Reply