Arvind Singh
Khunti: अब मुरहूवासियों को गर्मी के दिनों में भी पानी की कमी नहीं होगी. इसके लिए ग्रामीणों ने श्रमदान कर बोरीबांध बनाया है. इससे पानी काफी जमा हो गया. बता दें कि मुरहू प्रखंड के गनालोया और गुरमी गांव के मध्य बहने वाली बनई नदी से मुरहू में जलापूर्ति की जाती है. पिछले कुछ दिनों से नदी का पानी सूखता जा रहा था. इससे इंटेकवेल के पानी के सूखने का खतरा बढ़ गया था. तब गनालोया गांव की महिलाओं और पुरुषों ने पंप हाउस के पास रविवार को मदईत (श्रमदान) कर बोरीबांध बनाया. इससे काफी पानी जमा हो गया.
बनई नदी पर बनाये गए बोरीबांध में ग्रामीणों के साथ जिले के उप विकास आयुक्त नितीश कुमार सिंह, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, मुरहू और एसडब्लूएस के लोगों ने भी श्रमदान किया. जिससे ग्रामीण उत्साहित हुए. लगभग पांच घंटे में सामूहिक श्रमदान से बोरीबांध का निर्माण हो गया. डीडीसी ने कहा कि पहले से चली आ रही यह पहल बहुत अच्छी है. जहां पहले पानी सूख जाता था, लोग खेती नहीं कर पाते थे. अब बोरीबांध होने से पानी रूकेगा. कृषि के लिए एक माहौल बनेगा. इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी और सामाजिक बदलाव भी प्रदर्शित होगा. उन्होंने कहा कि उनके लिए बोरीबांध में श्रमदान करना एक अच्छा अनुभव साबित हुआ.
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बोरीबांध बनने से ग्रामीण उत्साहित
पंचायत समिति सदस्य उर्मिला देवी ने कहा कि बोरीबांध बनने से ग्रामीण काफी उत्साहित हैं. अब नहाने, धोने और मवेशियों के लिए पानी मिलेगा. गनालोया गांव के पुरुषों के साथ महिलाएं सुबह से ही बोरीबांध निर्माण में जुट गयी थीं. इस दौरान गनालोया पहुंचे उप विकास आयुक्त ने फसलों का निरीक्षण भी किया. उन्होंने बीडीओ को आदेश दिया कि किसानों को हर सुविधा उपलब्ध कराई जाए. इस दौरान देवेंद्र महतो, रोशन लाल महतो, उर्मिला देवी, अंजू देवी, सुनील मुंडा, ललिता देवी, संगीता, मालती देवी, ललिता, मेनका, सुषमा देवी, राजू कश्यप, रवि महतो और देवेन्द्र महतो सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.
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