Sunil Kumar
Garhwa: गढ़वा के भवनाथपुर प्रखंड में लाखों रुपए की लागत से कई सोलर जलमीनार बनाये गये हैं. लेकिन कई महीनों से खराब हैं. मुखिया और पंचायत सचिव की लापरवाही और अधिकारियों की सुस्ती की वजह से समस्या बनी हुई है. इसे मरम्मत नहीं किया जा रहा है. इससे पेयजल की समस्या हो गयी है. पेयजल नहीं मिलने से ग्रामीण हैं. प्रशासन ने शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए मुखिया फंड से सोलर जलमीनार का निर्माण किया था. रखरखाव नहीं होने से ये खराब हो गये हैं. बताया जाता है कि हर जलमीनार को पांच वर्ष तक मरम्मत करने के नाम पर 50 हजार से 60 हजार रुपए पंचायत सचिव और मुखिया के खाते में पड़े हैं.
देखें वीडियो-
इसे भी पढ़ें- मोदी के पूर्व आर्थिक सलाहकार भल्ला के दावे मुंगेरी लाल के हसीन सपने जैसा
फिर भी भवनाथपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में सैकड़ों जलमीनार मरम्मत के आभाव में बेकार पड़े हैं. गर्मी में लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. ग्रामीण बीडीओ से लेकर मुखिया और पंचायत सचिव से लिखित शिकायत कर चुके हैं. इसके बाद भी सोलर जलमीनार का मरम्मत नहीं हुआ है. मुखिया और पंचायत सचिव ने बताया कि फंड का आभाव है. फंड मिलते ही जलमीनार का मरम्मत करा दिया जाएगा. गढ़वा उपायुक्त राजेश घोलप ने लगातार मीडिया पर संज्ञान लिया. उन्होंने जिले के सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि गर्मी को देखते हुए सभी जलमीनार को ठीक करवाएं. ताकि पानी की किल्लत न हो. ग्रामीणों को पानी मिल सके.
इसे भी पढ़ें- सीबीआई भगोड़े नीरव मोदी के करीबी सुभाष शंकर को काहिरा से गिरफ्तार कर मुंबई लायी