Nirsa : बिजली की समस्या के कारण इस गर्मी में एग्यारकुंड प्रखंड की 20 पंचायत के लाखों लोगों को पीने का पानी नहीँ मिल रहा है. मैथन जलापूर्ति योजना के कर्मियों का कहना है कि नियमित बिजली नहीं मिलने के कारण जलमीनार में पानी नहीं आता है. जलमीनार नहीं भरने पर तो इलाके में जलसंकट गहरा गया है. एग्यारकुंड प्रखंड की कुछ पंचायतों में मैथन जलपूर्ति योजना के तहत पानी की सप्लाई होती है. मगर पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण मैथन जलापूर्ति का पानी लोगों को नहीं मिल रहा है. एग्यारकुंड के नीमडंगाल, सियारकनाली,नकड़ाकनाली, कोड़ाकुलही,जामबनी,
मुंडा धौड़ा, गलफरबाड़ी कॉलोनी, कापासारा के अलावा गोपीनाथपुर पंचायत की भालुकसुंधा कॉलोनी, गोपीनाथपुर बस्ती, शिव डंगाल, मुगमा आदि जगहों में तीन दिन से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. इन सभी गांवों के लोगों को कोसों दूर से पानी लाना पड़ रहा है. सरकारी चापानल भी किसी काम का नहीं रहा. अधिकतर चापानल का जलस्तर नीचे चला गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी विनोद कर्मकार ने पीएचइडी विभाग को आदेश दिया था कि जिसे टेंडर मिला है, वे चापानल ठीक करने के लिए अपना संपर्क नम्बर प्रखंड कार्यालय और पंचायत सचिवालय में लगा दें. परंतु पीएचइडी विभाग ने बीडीओ के आदेश का पालन नहीं किया. नतीजतन पानी के चक्कर में ग्रामीण इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं.
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