New delhi : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव अक्टूबर तक होने की संभावना बढ़ गयी है. आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में परिसीमन के लिए तैयार की गयी अपनी अंतिम रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने के बाद उसे जारी कर दिया है. जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट जारी करने से पहले आयोग के सदस्यों ने नयी दिल्ली में बैठक की फिर रिपोर्ट को जारी कर दिया.
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शुक्रवार को खत्म हो रहा है कार्यकाल
मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर के परिसीमन आयोग का कार्यकाल 6 मई को खत्म हो रहा है. इस आयोग का गठन जम्मू-कश्मीर के विधानसभा क्षेत्रों को फिर से बनाने के लिए किया गया है. समझा जाता है कि रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद पैनल निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या और उनके आकार का ब्योरा के लिये एक गजट अधिसूचना शीघ्र जारी करेगा.
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गृहमंत्री ने दिये थे संकेत
गृहमंत्री अमित शाह ने भी फरवरी में एक साक्षात्कार में इसके संकेत दिए थे कि जम्मू-कश्मीर में परिसीमन की प्रक्रिया जल्द पूरी होने वाली है. इसके अगले छह से आठ महीने के अंदर विधानसभा के चुनाव होंगे. आयोग की रिपोर्ट को केंद्र की मंजूरी मिलने के बाद चुनाव कार्यालय प्रशासनिक स्तर पर मतदाताओं की सूची बनाने की तैयारियां शुरू कर देगा.
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सीटों की संख्या 83 से बढ़ाकर 90 करने का प्रस्ताव
मालूम हो कि आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में सीटों की संख्या 83 से बढ़ाकर 90 करने का प्रस्ताव दिया है. साथ ही पहली बार अनुसूचित जनजातियों के लिए 9 सीटों को आरक्षित करने को भी कहा है.भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर राज्य से आर्टिकल 370 खत्म करने और जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन के बाद परिसीमन आयोग का गठन किया है. आयोग ने नए मसौदे में कश्मीर संभाग के बारामूला, कुपवाड़ा, श्रीनगर, कुलगाम और अनंतनाग जिलों में बदलाव किया है. कुपवाड़ा एकमात्र ऐसा जिला है, जिसमें विधानसभा क्षेत्र जोड़ा गया है.
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इस तरह हैं जम्मू-कश्मीर में सीटें
- 5 अगस्त 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कुल 111 सीटें थीं.
- इनमें से 46 कश्मीर में, 37 जम्मू में, 4 लद्दाख में थीं.
- पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के लिए 24 सीटें रिजर्व रखी गयी है.
- अभी तक जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 87 सीटों पर चुनाव होते रहे.
- अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख की 4 सीटों को हटा दिया गया है।
- इस तरह विधानसभा की कुल 83 सीटें बची हैं.
- जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन एक्ट 2019 के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 7 सीटें बढ़ाई जाएंगी.