Kolkata: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आधारहीन ट्वीट करने के आरोप में तृणमूल सांसद काकोली घोष दस्तीदार को कानूनी नोटिस भेजा है. घोष ने पहले ही दस्तीदार को ट्वीटर पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी. दिलीप के वकील पार्थ घोष ने आरोपित तृणमूल सांसद से संदेश प्राप्त करने के तीन दिनों के भीतर मामले के लिए माफी मांगने का अनुरोध किया है. अन्यथा कानूनी कदम उठाने की बात कही है.
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क्या है मामला
मालूम हो कि काकली घोष दस्तीदार के ट्वीट में दिलीप बाबू के हवाले से लिखा गया है कि अगर मतुव नागरिकता के बारे में अधिक बात करते हैं, तो हमें मतुआ का वोट नहीं चाहिए. मतुवा भाजपा को नागरिकता के बहाने ब्लैकमेल कर रहे हैं, हम मतुआ मत नहीं चाहते हैं. इसका कड़ा विरोध करते हुए, दिलीप ने दावा किया कि उन्होंने कभी भी ट्वीट में उल्लेखित टिप्पणी नहीं की.
दिलीप ने कहा कि काकली घोष दस्तीदार ने साइबर अपराध किया है. मेरे नाम पर गलत ट्वीट किया है. मुझे नहीं पता कि वह अपना ट्विटर अकाउंट चलाते हैं या नहीं. यदि नहीं चलाया जाता है, तो क्या यह आईपैक (पीके की संस्था) के लोगों द्वारा चलाया जाता है? ट्वीट से मेरे बारे में झूठ फैलाया जा रहा है.