Sindri : धनबाद (Dhanbad) जिले के सिंदरी स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल मैदान की चहारदीवारी का निर्माण कराने प्रशासन की टीम 13 जून की दोपहर पहुंची. इसकी सूचना मिलते ही आसपास की बस्तियों के लोगों ने मौके पर पहुंच कर विरोध शुरू कर दिया. झरिया के सीओ प्रमेश कुशवाहा व मजिस्ट्रेट डॉ. संजय कुमार सिंह पुलिस बल के साथ दोपहर करीब 12 मैदान में पहुंचे थे. तभी पास के अकाना घुटु, आरएमएल टू बस्ती व रासुघुटु बस्ती बड़ी संख्या में महिला व पुरुष वहां जुट गए और चहारदीवारी निर्माण का विरोध करने लगे. अधिकारियों ने उन्हें काफी समझाया, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे. बाद में सर्किल इंस्पेक्टर जगदेव पाहन तिर्की, सिंदरी थाना प्रभारी सुरेश प्रसाद, बलियापुर थाना प्रभारी श्वेता कुमारी सदलबल मौके पर पहुंचे. करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद शाम छह बजे अधिकारियों, बुद्धिजीवियों व ग्रामीणों के बीच बैठक हुई. हालांकि बैठक में सहमति नहीं बन पाई, लेकिन ग्रामीण अपने घरों को लौट गए.
किसी कीमत पर नहीं बनने देंगे बाउंड्री : ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना था कि मैदान की चहारदीवारी बन जाने से उनके बच्चों को खेलने की जगह नहीं बचेगी. आदिवासियों के धार्मिक आयोजन में भी व्यवधान आएगा. इसलिए किसी कीमत पर चहारदीवारी नहीं बनने देंगे.
मामले को धार्मिक रूप दिया जा रहा : सीओ
सीओ प्रमेश कुशवाहा ने कहा कि स्कूल प्रबंधन के आग्रह पर डीसी ने चहारदीवारी निर्माण कराने का आदेश दिया है. इसका पालन कराने प्रशासन की टीम पहुंची थी, लेकिन ग्रामीण विरोध पर उतारू हैं. बेवजह मामले को तूल दिया जा रहा है. कुछ लोग इसे धार्मिक रंग देने में जुटे हैं. सरकारी काम में व्यवधान डालने वालों को चिह्रनित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी.
एफसीआईएल ने लीज पर दी है जमीन : प्राचार्य
स्कूल के प्राचार्य आशुतोष कुमार ने कहा कि मैदान की जमीन एफसीआईएल सिंदरी प्रबंधन ने स्कूल को लीज पर दी है. मैदान को घेरने के बाद इसे अच्छी तरह से सुसज्जित किया जाएगा. गेट लगाए जाएंगे. जो भी बच्चे शाम को खेलने आएंगे उन्हें अंदर मैदान में खेलने दिया जाएगा. उन्हें खेल सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी. इसके बाद भी ग्रामीण नहीं मान रहे हैं. बताते चलें कि करीब 5 वर्षों से स्कूल प्रबंधन व स्थानीय लोग मैदान पर अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं.
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